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श्रीलंका से लौटे अपहृत भारतीय मछुआरे

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चेन्नई | श्रीलंका के सशस्त्र मछुआरों द्वारा कथित रूप से अगवा किए गए सात भारतीय मछुआरे तमिलनाडु लौट आए हैं। मछुआरों के नेता जी. अरुल ने शनिवार को रामेश्वरम में इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया, “सात मछुआरों को चार मार्च को श्रीलंका के सशस्त्र मछुआरों ने अगवा कर लिया था। अपहर्ताओं ने उनसे उनकी नाव, मोबाइल फोन और अन्य उपकरण ले लिए और उसके बाद उन्हें छोड़ दिया।”

मछुआरों को पांच मार्च को छोड़ा गया। अरुल ने बताया, “श्रीलंकाई मछुआरों ने भारतीय मछुआरों को फिरौती के लिए अगवा किया था। यह घटना काफी परेशान करने वाली थी, इससे पहले वे सिर्फ हमारी नावों को जब्त करते थे।” नावों के मालिक डी.माइकल ने बताया, “श्रीलंकाई मछुआरों द्वारा भारतीय मछुआरों से फिरौती मांगे जाने से इस समुदाय में तनाव व्याप्त हो गया है।” चार मार्च को माइकल ने कहा था कि श्रीलंकाई मछुआरों ने फिरौती के लिए फोन किया था और पैसा भेजने के लिए बैंक खाता संख्या की जानकारी अगले दिन दिए जाने की बात कही थी। माइकल ने कहा, “उन्होंने अगले दिन फोन बंद कर लिया। अगले दिन (पांच मार्च) को उन्होंने भारतीय मछुआरों को रिहा कर दिया। मेरे नाव पर सवार लोगों पर हमला नहीं किया गया। हालांकि, श्रीलंकाई मछुआरों ने अन्य भारतीय मछुआरों पर भी हमला किया।”

उनके अनुसार, भारतीय मछुआरों को नागपत्तनम जिले में कोदिकाराई के समुद्र तट से 25 मील दूर से अगवा किया गया था। भारत और श्रीलंका के मछुआरे अक्सर समुद्री सीमाएं लांघ देते हैं, जिस वजह से उन्हें गिरफ्तार कर उनकी नावों को जब्त कर लिया जाता है। गौरतलब है कि भारत और श्रीलंका के मछुआरे अक्सर समुद्र में एक-दूसरे के जल क्षेत्र का उल्लंघन कर बैठते हैं, जिसके कारण दोनों ओर से गिरफ्तारियां और नौकाओं की जब्ती होती है। भारत और श्रीलंका के बीच तनाव इस तरह के तनाव को कम करने के लिए दोनों देशों के मछुआरा एसोसिएशनों में बातचीत की गई है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज द्विपक्षीय उच्च स्तरीय बैठक के तीसरे चरण में हिस्सा लेने के लिए शुक्रवार को श्रीलंका पहुंची हैं। वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगले सप्ताह होने वाले श्रीलंका दौरे का आधार तैयार करेंगी।

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नेशनल

राहुल गांधी रायबरेली पहुंचे, पीपलेश्वर मंदिर में दर्शन-पूजन कर लिया हनुमान जी का आशीर्वाद

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लखनऊ। कांग्रेस के सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी एक दिवसीय रायबरेली के दौरे पर हैं। राहुल गांधी ने रायबरेली लखनऊ बॉर्डर स्थित पीपलेश्वर मंदिर में दर्शन-पूजन कर हनुमान जी का आशीर्वाद लिया। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी इसके बाद डिग्री कॉलेज चौराहा शहीद चौक पर पहुंचे। यहां माल्यार्पण कर डिग्री कॉलेज चौराहे का लोकार्पण किया।

लखनऊ एयरपोर्ट पर उतरने के बाद उन्होंने सड़क मार्ग से रायबरेली तक का रास्ता तय किया। इस बीच वह चुरुवा हनुमान मंदिर में पूजा करने के लिए भी रुके। रायबरेली पहुंचने के बाद राहुल गांधी दिशा की बैठक में शामिल हुए। लोकसभा चुनाव के बाद राहुल का अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली में तीसरा और यूपी का 5वां दौरा है।

कांग्रेस प्रवक्ता अंशू अवस्थी का कहना है कि राहुल गांधी के दौरे से उत्तर प्रदेश कांग्रेस में नई ऊर्जा आएगी। चुनाव में पार्टी के कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ेगा। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी लखनऊ पहुंच गए हैं। वह एयरपोर्ट से सड़क मार्ग से रायबरेली के लिए रवाना हो गए हैं।

इसके पहले राहुल गांधी को रिसीव करने आए कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि राहुल गांधी एक जागरूक और जिम्मेदार नेता हैं। वह रायबरेली संसदीय क्षेत्र में विकास कार्यों की स्थिति जानने के लिए दिशा की बैठक में हिस्सा लेंगे। बैठक के बाद 2:30 बजे राहुल गांधी फुरसतगंज एयर पोर्ट के लिए रवाना होंगे।

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