लाइफ स्टाइल
गर्म कपड़ों को सहेजें, मगर प्यार से
नई दिल्ली| गर्मियां दस्तक देने जा रही हैं। ऐसे में भारी भरकम गर्म कपड़ों को बक्से या आलमारी में वापस रखने का समय आ गया है। इस बात का ख्याल जरूर रखें कि आप अपने मौसमी कपड़ों को सही तरीके से सही जगह पर रखें। फैशन व जीवनशैली से संबंधित वेबसाइट ‘फैशनएंडयू’ के विशेषज्ञों ने कपड़ों को करीने से रखने के कुछ टिप्स दिए हैं :
कपड़े रखने से पहले धोएं : गर्म या अन्य मौसमी कपड़ों को पैक करके रखने से पहले उन्हें अच्छे से धो लें। पैकिंग से पूर्व कपड़ों पर लगे सारे दाग-धब्बे धो लेने चाहिए, क्योंकि हो सकता है कि जब आप अगली सर्दी में वो कपड़े निकालें, तब तक उन पर लगे दाग और गहरे हो जाएं। सभी कपड़ों को उठाकर रखने से पहले धो लेना चाहिए। इससे उनकी लंबी उम्र बनी रहती है।
अलग-अलग और तह करके रखें : विशेषज्ञ कहते हैं कि कपड़ों को अलग-अलग करने और तह करने में समय लगाएं। याद रखें कि आप उन्हें फेंक नहीं रहे, बल्कि उठाकर रख रहे हैं।
सही तरीका अपनाएं : कपड़ों का भंडारण करने का अपना तरीका व स्टाइल चुनें। आप अगर कपड़ों को लटका कर भंडारित करना चाहते हैं, तो ख्याल रखें कि उन्हें सही से लपेट और मोड़ लिया हो। अगर आपकी उन्हें अलमारी या पलंग में रखने की योजना है, तो उनमें कीटनाशक गोलियां डालना और उन पर एक चादर ढकना न भूलें।
सही जगह : इस बात का ख्याल रखें कि कपड़ों को रखने के लिए आपने जो जगह चुनी है, वह साफ व अंधेरे वाली हो। कपड़े रखने से पूर्व उस जगह को साफ कर लें और वहां अखबार बिछा लें। आमतौर पर अंधेरे वाली जगह ठंडी होती है। ऐसी जगह कपड़ों का रंग उड़ने से बचाती है।
बीच-बीच में लें सुध : रखे गए कपड़ों को बीच-बीच में चेक करते रहना चाहिए। जरूरत पड़ने पर ही उनकी खोज-खबर लेने की आदत सही नहीं है।
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जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई
नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।
बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।
बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।
ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।
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