Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

आईएएस की मौत : कर्नाटक विधानसभा सोमवार तक के लिए स्थगित

Published

on

बेंगलुरू,आईएएस,डी-के-रवि,सीबीआई,भाजपा,एबीवीपी,सेक्युलर,सीआईडी

Loading

बेंगलुरू | कर्नाटक में भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी डी.के.रवि की कथित खुदकुशी मामले की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच की मांग को लेकर विपक्षी सदस्यों द्वारा जारी हंगामे के मद्देनजर गुरुवार को सदन की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई। सदन में जैसे ही बजट सत्र की कार्यवाही शुरू हुई, विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तथा जनता दल (सेक्युलर) के सदस्य झुंड में अध्यक्ष के आसन के निकट इकट्ठा हो गए और सीबीआई जांच की मांग करने लगे, जबकि सत्तारूढ़ कांग्रेस ने कहा कि रवि की मौत हत्या है या आत्महत्या इसकी जांच आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) कर रहा है।

उल्लेखनीय है कि राज्य के वाणिज्य विभाग में अतिरिक्त आयुक्त 36 वर्षीय डी.के.रवि 16 मार्च को अपने आधिकारिक आवास के कमरे में पंखे से फंदे पर लटके पाए गए थे। उनके शव को उनकी पत्नी कुसुमा ने तब देखा, जब कॉल का जवाब नहीं देने पर डुप्लिकेट चाबी से घर का दरवाजा खोलकर वह अंदर गईं। विपक्षी सदस्यों द्वारा विरोध-प्रदर्शन बंद नहीं करने और लगातार नारा लगाए जाने के कारण अध्यक्ष कागोदू थिमप्पा ने सदन की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी। भाजपा तथा जद (एस) सदस्यों ने बाद में प्रदेश के राज्यपाल वजुभाई वाला को राजभवन में एक ज्ञापन सौंपा और मामले की सीबीआई जांच के लिए उनसे हस्तक्षेप की मांग की।

इसी बीच, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने शहर में विरोध-प्रदर्शन किया और संदिग्ध परिस्थितियों में रवि की मौत के मामले की सीबीआई से जांच की मांग की। तुमकूर जिले से ताल्लुक रखने वाले रवि कोलार जिले में उपायुक्त थे और रेत माफिया के खिलाफ कार्रवाई कर उन्होंने काफी सुर्खियां बटोरी थी। रवि के माता-पिता करियप्पा व गोवरामा ने भी राज्य सचिवालय के समक्ष विरोध-प्रदर्शन किया और अपने बेटे की त्रासदपूर्ण मौत की सीबीआई से जांच की मांग की।

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

Published

on

Loading

नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

Continue Reading

Trending