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आध्यात्म

गुरू पूर्णिमा स्पेशल: ‘Isha Yoga Center’ में होगा भव्य सत्संग का आयोजन, आपका रहेगा इंतज़ार

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नई दिल्ली। मानव जीवन में गुरू का बड़ा महत्व होता है। भारतीय लिखित परंपरा में तो गुरू को ईश्वर से भी बढ़कर माना गया है। इसलिए भारतीय संस्कृति में एक दिन गुरू को समर्पित है, इस दिन को हम ‘गुरू पूर्णिमा’ के नाम से जानते हैं। आषाढ़ मास में गुरु पूर्णिमा पड़ती है। इस दिन को शास्त्रों में बेहद खास माना गया है, क्योंकि इस दिन गुरू की पूजा की जाती है। इस बार गुरु पूर्णिमा 27 जुलाई 2018 (शुक्रवार) को पड़ रही है। गुरु पूर्णिमा के दिन अगर कोई भी व्यक्ति सही तरीके से गुरू पूजा विधी का पालन करे, तो उसके जीवन में किसी भी तरह का दुख नहीं होगा। देश के कई आश्रमों और सेंटर्स में गुरू पूर्णिमा की तैयारियां ज़ोरों-शोरों से चल रही हैं। इन्हीं सेंटर्स में से एक विश्व विख्यात सेंटर है सदगुरू जग्गी वसुदेव का। हम आपको बताते हैं कि सदगुरू जग्गी वसुदेव के ‘Isha Yoga Center’ में इस बार की गुरू पूर्णिमा का आयोजन किस प्रकार होगा।

27 जुलाई को ‘Isha Yoga Center’ कोयंबटूर में एक भव्य सत्संग का आयोजन किया जाएगा। इस भव्य सत्संग का हिस्सा बनने के लिए आप सुबह 6 बजे से 11 बजे तक सेंटर पर पहुंच सकते हैं। इस आयोजन का हिस्सा बनने के लिए आपको अपने रजिस्ट्रेशन कन्फर्मेशन के ई-पास की सॉफ्ट कॉपी अपने साथ लानी होगी। इसके अलावा आपको अपने साथ आधार कार्ड या कोई सरकारी पहचान पत्र की ओरीजनल कॉपी लानी होगी। 8 साल से छोटे बच्चों को अपने साथ लाने की अनुमति नहीं है।

27 जुलाई को होने वाले इस भव्य सत्संग का हिस्सा बनने के लिए आप और अधिक जानकारी ‘Isha Yoga Center’ की ऑफीशियल वेबसाइट से प्राप्त कर सकते हैं।

IANS News

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी पैसेंजर वैन पर आतंकी हमला, 50 की मौत

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इस्लामाबाद। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी एक पैसेंजर वैन पर हुए आतंकी हमले में 50 करीब लोगों की मौत हो गई। ये घटना खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कुर्रम जिले की है। पाकिस्तान की उत्तर-पश्चिमी सीमा पर लगे अफगानिस्तान के साथ पाराचिनार जिले में अक्सर हिंसा का अनुभव होता रहता है। इसके सुन्नी और शिया मुस्लिम समुदाय जमीन और सत्ता पर काबिज हैं।

इस क्षेत्र के शिया अल्पसंख्यक हैं, उन्हें 241 मिलियन की आबादी वाला मुख्य रूप से सुन्नी मुस्लिम राष्ट्र भी कहा जाता है। स्थानीय पुलिस अधिकारी अजमत अली का इस मामले में बयान सामने आया है, उन्होंने बताया कि कुछ गाड़ियां एक काफिले में पाराचिनार शहर से खैबर पख्तूनख्वा की राजधानी पेशावर की ओर जा रही थी।

इस दौरान बीच रास्ते में काफिले पर हमला हो गया। प्रांतीय मंत्री आफताब आलम ने कहा है कि अधिकारी हमले में शामिल लोगों का पता लगाने के लिए जांच कर रहे हैं। साथ ही गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने गोलीबारी को आतंकवादी हमला बताया। वहीं प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने हमले की निंदा की और कहा कि निर्दोष नागरिकों की हत्या के पीछे के लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।

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