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अन्तर्राष्ट्रीय

जैविक हथियार से सतर्क रहने की जरूरत : बान

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संयुक्त राष्ट्र| संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की-मून ने गुरुवार को विश्वभर के देशों से अपील की कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की तरफ से जैविक हथियारों पर रोक लगाने के लिए किए गए प्रयास में हुई प्रगति के बावजूद इससे सतर्क रहने की जरूरत है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र जैविक हथियार सम्मेलन की 40वीं वर्षगांठ पर महासचिव ने कहा कि जैविक हथियारों के इस्तेमाल और इसे अपने अधिकार में रखे जाने के खिलाफ नियम सख्त रहे हैं और किसी भी देश ने खुद के पास जैविक हथियार होने की बात नहीं कबूल की है।

जैविक हथियार सम्मेलन के तहत सदस्य देशों ने 1972 में हस्ताक्षर किए थे और यह 1975 में प्रभावी हुआ था।

यह जैविक व जहरीले हथियार के विकास, निर्माण, अधिग्रहण, स्थानांतरण, निरोध, एकत्रीकरण और इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाता है। साथ ही यह मानवजाति के लिए खतरनाक हथियार के प्रसार पर रोक लगाने के अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के प्रयास में परमाणु गैर-प्रसरण संधि और रासायनिक हथियार समझौते की तरह ही महत्वपूर्ण है।

इसमें फिलहाल 173 सदस्य हैं।

महासचिव ने कहा, “सदस्य देशों को इस बात से अवगत रहने की जरूरत है कि ये हथियार मानवता के लिए खतरनाक हैं और उन्हें उसकी उपलब्धता समाप्त करने के लिए प्रयास करने चाहिए।”

 

IANS News

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी पैसेंजर वैन पर आतंकी हमला, 50 की मौत

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इस्लामाबाद। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी एक पैसेंजर वैन पर हुए आतंकी हमले में 50 करीब लोगों की मौत हो गई। ये घटना खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कुर्रम जिले की है। पाकिस्तान की उत्तर-पश्चिमी सीमा पर लगे अफगानिस्तान के साथ पाराचिनार जिले में अक्सर हिंसा का अनुभव होता रहता है। इसके सुन्नी और शिया मुस्लिम समुदाय जमीन और सत्ता पर काबिज हैं।

इस क्षेत्र के शिया अल्पसंख्यक हैं, उन्हें 241 मिलियन की आबादी वाला मुख्य रूप से सुन्नी मुस्लिम राष्ट्र भी कहा जाता है। स्थानीय पुलिस अधिकारी अजमत अली का इस मामले में बयान सामने आया है, उन्होंने बताया कि कुछ गाड़ियां एक काफिले में पाराचिनार शहर से खैबर पख्तूनख्वा की राजधानी पेशावर की ओर जा रही थी।

इस दौरान बीच रास्ते में काफिले पर हमला हो गया। प्रांतीय मंत्री आफताब आलम ने कहा है कि अधिकारी हमले में शामिल लोगों का पता लगाने के लिए जांच कर रहे हैं। साथ ही गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने गोलीबारी को आतंकवादी हमला बताया। वहीं प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने हमले की निंदा की और कहा कि निर्दोष नागरिकों की हत्या के पीछे के लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।

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