हेल्थ
मस्तिष्क में 4 महीने में फैल सकता है एचआईवी
न्यूयॉर्क | ह्यूमन इम्यूनोडिफिशिएंशी वायरस (एचआईवी) के संक्रमण का पता चलने के तुरंत बाद अगर एंटीरिट्रोवायरल थेरेपी न कराई जाए, तो प्रारंभिक संक्रमण के लगभग चार महीनों के अंदर ही यह खतरनाक विषाणु मस्तिष्क में पहुंच जाता है और वहां अपनी संख्या बढ़ाना शुरू कर देता है, जिसके कारण मस्तिष्क संबंधी समस्याएं उत्पन्न होती हैं। एक नए शोध में यह बात सामने आई है। निष्कर्ष में इस बात पर जोर दिया गया है कि जल्द से जल्द एंटीरिट्रोवायरल थेरेपी के लिए नियमित तौर पर होने वाली एचआईवी की जांच बेहद महत्वपूर्ण है। एचआईवी ही आगे चलकर जानलेवा बीमारी एड्स का रूप धारण कर लेता है।
अमेरिका के यूनिवर्सिटी ऑफ नॉर्थ कैरोलिना में सेंटर फॉर एड्स रिसर्च (सीएफएआर) के निदेशक व शोधकर्ता रोनाल्ड स्वांस्ट्रम ने कहा, “एचआईवी से संक्रमित एक तिहाई लोग एंटीरिट्रोवायरल थेरेपी नहीं ले रहे हैं, जिसके कारण अंतत: उन्हें एचआईवी से संबंधित बीमारी डिमेंशिया (भूलने की बीमारी) हो जाती है।” यह अध्ययन 72 प्रतिभागियों पर एचआईवी संक्रमण के पहले दो सालों में किया गया। एचआईवी के नियंत्रण के लिए इन मरीजों ने एंटीरिट्रोवायरल थेरेपी नहीं लिया।
स्वांस्ट्रम ने उल्लेख किया, “निष्कर्ष में यह बात सामने आई कि संक्रमण के प्रारंभिक दिनों में ही एचआईवी मस्तिष्क में पहुंच जाते हैं और वहां अपनी संख्या बढ़ाना शुरू कर देते हैं, जिससे मस्तिष्क में सूजन की समस्या सामने आती है। उनके द्वारा मस्तिष्क को की गई क्षति की पूर्ति नहीं हो पाती।” यह अध्ययन पत्रिका ‘पीएलओएस पैथोजंस’ में प्रकाशित हुआ है।
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दिल्ली में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी
नई दिल्ली। दिल्ली में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी का क्रम लगातार जारी है. अस्पतालों और नर्सिंग होम्स में अकेले डेंगू के मरीजों में भारी संख्या में इजाफे की सूचना है. दिल्ली नगर निगम के आंकड़ों के मुताबिक साल 2024 में डेंगू के अब तक 4533 मरीज सामने आए हैं. इनमें 472 मरीज नवंबर माह के भी शामिल हैं.
एमसीडी की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में इस साल अब तक मलेरिया के 728 और चिकनगुनिया के 172 केस दर्ज हुए हैं.
डेंगू एक गंभीर वायरल संक्रमण है, जो एडीज़ मच्छर के काटने से फैलता है। इसके होने से मरीज को शरीर में कमजोरी लगने लगती है और प्लेटलेट्स डाउन होने लगते हैं। एक आम इंसान के शरीर में 3 से 4 लाख प्लेटलेट्स होते हैं। डेंगू से ये प्लेटलेट्स गिरते हैं। डॉक्टरों का मानना है कि 10 हजार प्लेटलेट्स बचने पर मरीज बेचैन होने लगता है। ऐसे में लगातार मॉनीटरिंग जरूरी है।
डॉक्टरों के अनुसार, डेंगू के मरीज को विटामिन सी से भरपूर फल खिलाना सबसे लाभकारी माना जाता है। इस दौरान कीवी, नाशपाती और अन्य विटामिन सी से भरपूर फ्रूट्स खिलाने चाहिए। इसके अलावा मरीज को ज्यादा से ज्यादा लिक्विड डाइट देना चाहिए। इस दौरान मरीज को नारियल पानी भी पिलाना चाहिए। मरीज को ताजा घर का बना सूप और जूस दे सकते हैं।
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