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प्रादेशिक

उप्र : पूर्व मंत्री ने विधायक के खिलाफ खोला मोर्चा

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सुलतानपुर। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सरकार में पर्यटन मंत्री रहे विनोद सिंह ने समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक संतोष पांडेय पर अवैध धन वसूली कर भागवत कथा का आयोजन कराने का आरोप लगाते हुए इस मामले की जांच एसआईटी से कराने की मांग की है।

विधायक संतोष पांडेय द्वारा कराई गई भागवत कथा में बड़े पैमाने पर धन खर्च किए जाने की चर्चा गर्म है। पूर्व मंत्री विनोद सिंह ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को पत्र लिखकर अवगत कराया है कि भदैयां ब्लॉक के बगहा स्थित गया प्रयाद पांडेय महाविद्यालय में 8 से 15 मार्च तक भागवत कथा का आयोजन लम्भुआ के विधायक संतोष पांडेय ने कराया, जिसमें हरिद्वार से आए चिन्मयानंद बापू ने कथा वाचक किया था। पूर्व मंत्री का कहना है कि भागवत कथा के सीधा प्रसारण के लिए टीवी चैनल ‘आस्था’ को 40 लाख रुपये दिए गए थे। 50 लाख रुपये खर्च कर बाबा रामदेव को बुलाया गया था और कथा स्थल के पास हेलीपैड बनवाने में लाखों रुपये खर्च किए गए थे। विधायक के पास इतना धन कहां से आया, यह बड़ा सवाल है। उन्हें इस धन का स्रोत बताना चाहिए।

उन्होंने आरोप लगाया कि कथा आयोजन के सिलसिले में सड़क निर्माण के लिए एक दलित की भूमि पर जबरन कब्जा किया गया। पूर्व मंत्री का कहना है कि धर्म के नाम पर अवैध धन के प्रदर्शन का नंगा नाच किया जाता रहा और प्रशासन सिर्फ मूकदर्शक ही नहीं बना रहा, बल्कि सहयोग भी दिया। कथा स्थल पर अस्थायी पुलिस चौकी स्थापित कर दी गई और सड़क पर चलने वाले प्राइवेट वाहनों को पुलिस प्रशासन ने आतंकित कर जबरन भीड़ जुटाने में लगा दिया। विनोद सिंह ने मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में कहा गया है कि विधायक द्वारा आयोजित कार्यक्रम ऐसा मालूम पड़ता था, जैसे मुख्यमंत्री द्वारा आयोजित कार्यक्रम हो।

उन्होंेने कहा है कि आंगनबाड़ी सेविकाएं अपना काम छोड़कर बच्चों और महिलाओं को कथा स्थल तक पहुंचाने में लगी रहीं। इन्हें भीड़ जुटाने के लिए पैसे भी दिए गए थे। पूर्व मंत्री का यह भी आरोप है कि भंडारे के नाम पर धन उगाही का खुला खेला गया। हर कोटेदार, जिसकी सीमा 5 क्विंटल की थी, उससे 50 किलो चीनी व 50 किलो गेहूं वसूला गया। साथ ही जिले का आपूर्ति विभाग, पंचायती राज विभाग, स्वास्थ्य विभाग, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग, विकास विभाग तथा अन्य कई विभागों के कर्मचारी कथा स्थल पर सेवारत थे। उन्होंने यह भी कहा है कि सरकारी कर्मचारी भी जबरन पांच-पांच सौ रुपये की रसीद काटने में व्यस्त थे। सरकारी कर्मियों पर दबाव डालकर नियमों की धज्जियां उड़ाई गईं। अवैध धन वसूली का ऐसा नजारा सुलतानपुर जनपद में पहली बार देखा गया।

विनोद सिंह ने कहा कि धर्म के नाम पर अवैध धन के प्रदर्शन के कारण 8 से 15 मार्च तक लम्भुआ विधानसभा क्षेत्र में मुसलमान बिरादरी के लोग आतंकित होकर सारा काम छोड़कर घर में कैद रहने को विवश रहे, ताकि धर्म के नाम पर कोई वितंडा न खड़ा कर दिया जाए। पूर्व पर्यटन ने मुख्यमंत्री से इन मामलों की जांच एसआईटी से कराने की मांग करते हुए कहा है कि लम्भुआ विधानसभा क्षेत्र की जनता यह जानना चाहती है कि यह कार्यक्रम सरकार द्वारा आयोजित-प्रायोजित था या विधायक का अपने व्यक्तिगत लाभ के लिए सरकार तक को बदनाम करने का एक षड्यंत्र था।

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जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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