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प्रादेशिक

सिंधी भाषा को बचाएं युवा : मुरलीधर जेटले

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जयपुर | दिल्ली की सिंधी अकादमी के उपाध्यक्ष एवं वरिष्ठ लेखक मुरलीधर जेटले ने वर्तमान स्थितियों में सिंधी भाषा एवं साहित्य की दशा पर चिंता प्रकट करते हुए कहा कि जरूरत इस बात की है कि युवा आगे आकर भाषा के प्रति आत्मीयता बरतें व सिंधी भाषा के अस्तित्व को बचाएं। राजस्थान सिंधी अकादमी द्वारा शनिवार को दो दिवसीय अखिल भारतीय सिंधी लेखक संगोष्ठी शुरू हुई।

इस अवसर पर साहित्य अकादमी पुरस्कृत वरिष्ठ कवि वासुदेव मोदी ने सिंधी साहित्य को देश की अन्य भाषाओंके साहित्य के बराबर का बताया और कहा कि विपरीत स्थितियों के बावजूद आज भी उच्चस्तरीय सृजन कार्य हो रहा है। अध्यक्षीय उद्बोधन में कलाकार सुंदर अगवानी ने कहा, “निश्चय ही चुनौतियां बड़ी हैं, मगर भविष्य कभी भी बंजर नहीं हो सकता। हमें आशावादी सोच के साथ सृजनशीलता को बनाए रखना होगा।” उद्घाटन सत्र की शुरुआत में सिंधी समुदाय के इष्टदेव झूलेलाल के चित्र पर माल्यार्पण किया गया।

समारोह में ‘सिंधी साहित्य और बाजारवाद’ पर आयोजित एक सत्र की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ कवि हरीश करमचंदाणी ने कहा कि बाजारवाद का साहित्य व भाषा पर प्रभाव पड़ना निश्चित है, मगर आवश्यकता इस बात की है कि इसका मुकाबला करते हुए सृजन को इसके दुष्परिणामों के प्रति लोगों को चेतना सम्पन्न बनाया जाए।

इस अवसर पर ‘सिंधी साहित्य के सामने चुनौतियां’ एवं ‘सिंधी भाषा-साहित्य पर क्षेत्रीय भाषाओं का असर’ विषयक सत्र भी आयोजित किए गए। संगोष्ठी में वरिष्ठ लेखक भगवान अटलानी, कन्हैया अगनाणी, डॉ. जेठो लालवाणी, झम्मू हुगाणी, अशोक मनवाणी, कैलाश शादाब सहित उल्लाहस नगर, अहमदाबाद, भोपाल, नई दिल्ली सहित देशभर से कई लेखक, साहित्यकार एवं कवियों ने भाग लिया।

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जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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