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प्रादेशिक

लखनऊ में आयोजित हुआ आईबीएस बिजनेस स्कूल का प्रिंसिपल मीट प्रोग्राम

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आईबीएस स्कूल

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लखनऊ। लखनऊ आईबीएस बिजनेस स्कूल ने 30 सितम्बर 2018 को होटल इंडिया अवध में प्रिंसिपल मीट प्रोग्राम का आयोजन किया। आईबीएस भारत के उच्चतम बिजनस स्कूल में से है।

आईसीएफएआई बिजनेस स्कूल 1995 से स्थापित है जिसके नौ कैम्पस भारत के विभिन्न शहरों हैदराबाद मुंबई, गुरुग्राम, बैंगलोर, पुणे कोलकाता, अहमदाबाद, देहरादून और जयपुर में हैं। यहां से अभी तक 43 हजार से भी ज्यादा विद्यार्थी अपनी प्रबंधन की पढाई पूरी कर देश और विदेश के विभिन्न संस्थानों में कार्यरत हैं।

आईबीएस पुणे के डायरेक्टर डॉक्टर जीएस नरसिंग राव ने एक दिवसीय प्रिंसिपल मीट ‘इफेक्टिव लर्निंग थ्रू फेसिलेशन: रोल ऑफ़ एकेडेमिक लीडर्स’ विषय पर आयोजित किया। डॉक्टर जीएस नरसिंग राव ने उत्तर प्रदेश के विभिन्न संस्थानों, कॉलेजों व विश्वविद्यालय के प्रिंसिपल एवं डायरेक्टर से उपरोक्त विषय पर चर्चा की जिसमें सभी प्रिंसिपल और डायरेक्टर ने अपने अनुभवों को भी शेयर किया। आईबीएस के रीजनल मैनेजर तनुज जेटली भी इस कार्यक्रम में उपस्थित थे।

डॉक्टर जीएस नरसिंग राव आईबीस पुणे में डायरेक्टर के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने अपनी बीटेक की डिग्री आईआईटी बीएचयू से इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में प्राप्त की है। उन्होंने परास्नातक (पीजीडीएम) की डिग्री आईआईएम अहमदाबाद से प्राप्त की है। 15 विभिन्न संस्थानों के डायरेक्टर एवं प्रधानाचार्यों ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। तनुज जेटली आईबीएस रीजनल मैनेजर ने कार्यक्रम में आए हुए सभी प्रिंसिपल और डायरेक्टर्स को धन्यवाद दिया।

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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