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पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को सुप्रीम कोर्ट से राहत, समन पर लगी रोक

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नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने कोयला ब्लॉक आवंटन मामले में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को राहत देते हुए विशेष अदालत की ओर से उन्हें भेजे गए समन पर बुधवार को रोक लगा दी। अदालत ने तालबिरा-2 कोयला ब्लॉक की हिस्सेदारी उद्योगपति कुमारमंगलम बिड़ला की कंपनी हिंडाल्को को आवंटित किए जाने के संबंध में उन्हें भेजा था। सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश न्यायमूर्ति वी.गोपाल गौड़ा और न्यायमूर्ति सी.नागप्पन की पीठ ने कोयला ब्लॉक आवंटन घोटाला मामले की सुनवाई कर रही विशेष अदालत की ओर से 11 मार्च को पूर्व प्रधानमंत्री को भेजे गए समन पर रोक लगा दी। इससे पहले वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने विशेष अदालत द्वारा मनमोहन को समन भेजने वाले 11 मार्च के आदेश पर सवाल उठाते हुए कहा था कि आवंटन में गैरकानूनी क्या था?

सिब्बल ने सवाल किया, “क्या खानों का आवंटन करना अवैध है? क्या खनन के लिए निजी कंपनियों को चुनना अवैध है?” उन्होंने यह भी सवाल किया था कि क्या प्रधानमंत्री संचालन समिति के फैसलों की समीक्षा और तालबिरा-2 के एक हिस्से को हिंडाल्को को आवंटित कर जनहित में प्रतिस्पर्धा को संतुलित नहीं कर सकते? सिब्बल ने कहा कि कोयला ब्लॉक आवंटन के दिशानिर्देशों की प्रकृति वैधानिक नहीं है और प्रधानमंत्री किसी भी वक्त दिशानिर्देश जारी करते हुए निर्णय ले सकते हैं।

कोर्ट ने मनमोहन को भेजे गए समन पर रोक लगाते हुए विशेष अदालत के 11 मार्च के आदेश को चुनौती देने वाली दो याचिकाओं को लेकर केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को नोटिस भी जारी किया। न्यायालय ने कुमारमंगलम की याचिका पर केंद्र सरकार को भी नोटिस जारी किया, जिसमें उन्होंने भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम की एक धारा की संवैधानिक वैधता को चुनौती दी है। सर्वोच्च न्यायालय ने मनमोहन के साथ-साथ कुमारमंगलम, पूर्व केंद्रीय कोयला सचिव पी.सी.पारेख, डी.भट्टाचार्य और हिंडाल्को को भेजे गए सम्मन पर भी रोक लगा दी है।

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन ने 25 मार्च को विशेष अदालत के आदेश को सर्वोच्च न्यायालय में चुनौती दी थी। कोयला ब्लॉक आवंटन मामले की सुनवाई कर रही विशेष अदालत ने 11 मार्च, 2015 को मनमोहन को वर्ष 2005 में ओडिशा के तालबिरा-2 और तालबिरा-3 कोयला ब्लॉक के एक हिस्से को कुमारमंगलम बिड़ला की कंपनी हिंडाल्को को आवंटित करने के मामले में समन जारी कर अपने समक्ष पेश होने के लिए कहा था। अदालत ने मनमोहन, कुमारमंगलम, पारेख, भट्टाचार्य को भ्रष्टाचार रोकथाम अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत आपराधिक षड्यंत्र, धोखाधड़ी आदि के लिए समन भेजा था।

अदालत ने इस मामले में सीबीआई की तरफ से पेश समापन रिपोर्ट को खारिज करते हुए मनमोहन, कुमारमंगलम, भट्टाचर्य और पारेख को समन जारी किया था।

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पीएम मोदी पर लिखी किताब के प्रचार के लिए स्मृति ईरानी चार देशों की यात्रा पर

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नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी एक नवीनतम पुस्तक ‘मोडायलॉग – कन्वर्सेशन्स फॉर ए विकसित भारत’ के प्रचार के लिए चार देशों की यात्रा पर रवाना हो गई हैं। यह दौरा 20 नवंबर को शुरू हुआ और इसका उद्देश्य ईरानी को मध्य पूर्व, ओमान और ब्रिटेन में रहने वाले भारतीय समुदाय के लोगों से जोड़ना है।

स्मृति ईरानी ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा कि,

एक बार फिर से आगे बढ़ते हुए, 4 देशों की रोमांचक पुस्तक यात्रा पर निकल पड़े हैं! 🇮🇳 जीवंत भारतीय प्रवासियों से जुड़ने, भारत की अपार संभावनाओं का जश्न मनाने और सार्थक बातचीत में शामिल होने के लिए उत्सुक हूँ। यह यात्रा सिर्फ़ एक किताब के बारे में नहीं है; यह कहानी कहने, विरासत और आकांक्षाओं के बारे में है जो हमें एकजुट करती हैं। बने रहिए क्योंकि मैं आप सभी के साथ इस अविश्वसनीय साहसिक यात्रा की झलकियाँ साझा करता हूँ

कुवैत, दुबई, ओमान और ब्रिटेन जाएंगी स्मृति ईरानी

डॉ. अश्विन फर्नांडिस द्वारा लिखित यह पुस्तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शासन दर्शन पर प्रकाश डालती है तथा विकसित भारत के लिए उनके दृष्टिकोण पर ध्यान केंद्रित करती है। कार्यक्रम के अनुसार ईरानी अपनी यात्रा के पहले चरण में कुवैत, दुबई, फिर ओमान और अंत में ब्रिटेन जाएंगी।

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