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प्रादेशिक

भाजपा ने दूसरी बार गंवाई उमा भारती की सीट, राणे को भी नहीं मिली सफलता

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byelection UP, maharastra

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नई दिल्ली। यूपी के महोबा में हुए चरखारी विधानसभा उपचुनाव में भाजपा को करारा झटका लगा है और पार्टी उमा भारती की सीट पर फिर चुनाव हार गई है। चरखारी से समाजवादी पार्टी (सपा) की प्रत्याशी उर्मिला राजपूत ने भाजपा उम्मीदवार अखिल राजपूत को 45 हजार 646 वोटों से हराया। दूसरी ओर महाराष्ट्र में पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस प्रत्याशी नारायण राणे भी बांद्रा पूर्व सीट से दूसरी बार चुनाव हार गए हैं।

चरखारी में इस बार फिर से भाजपाई दांव फेल हो गया और बाहरी उम्मीदवार को मैदान में उतार कर जीतने का ख्वाब औंधे मुंह गिरा। उमा भारती की सीट पर भाजपा लगातार दो उपचुनाव हार चुकी है। चरखारी से समाजवादी पार्टी (सपा) की प्रत्याशी उर्मिला राजपूत 45646 वोटों से जीत हासिल की। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अखिल गंगाचरण राजपूत दूसरे और कांग्रेस प्रत्याशी रामजीवन यादव तीसरे स्थान पर रहे। उर्मिला को 82159 वोट मिले, जबकि दूसरे स्थान पर भाजपा प्रत्याशी अखिल राजपूत को 40862 मत मिले।

दूसरी ओर महाराष्ट्र विधानसभा की बांद्रा सीट पर उपचुनाव के तहत कराए गए मतदान में शिवसेना की उम्मीदवार तृप्ति सावंत को जीत मिली। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस उम्मीदवार नारायण राणे को हराया। शिवसेना के दिवगंत नेता बाला सावंत की पत्नी तृप्ति ने 19,000 वोटों के अंतर से राणे को हराया। इस हाईप्रोफाइल सीट पर जीत दर्ज करने के बाद शिवसेना समर्थक राणे के घर के बाहर जश्न मनाने लगे। जिसको लेकर उनकी राणे समर्थकों से मारपीट भी हुई।

वहीं तासगांव सीट से एनसीपी के दिवंगत नेता आरआर पाटिल की पत्नी सुमन पाटिल जीत गईं। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी उम्मीदवार को बड़े अंतर से हराया। अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि राज्य के पूर्व उप मुख्यमंत्री दिवंगत आरआर पाटिल की पत्नी सुमन ने 1 लाख 12 हजार वोटों के अंतर से भाजपा उम्मीदवार स्वनिल पाटिल को हराया। आर.आर.पाटिल का फरवरी में निधन हो जाने के कारण तासगांव कावथेमहानकल सीट पर चुनाव जरूरी हो गया था।

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जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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