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प्रादेशिक

सीएम योगी के साढ़े चार साल के कार्यकाल में विलुप्त 68 से अधिक नदियां हुईं पुनर्जीवित

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लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि युद्ध के मैदान से अलग वीरता का यह उदाहरण हमारे देश वासियों के संकल्प शक्ति को दिखाता है और यह भी बताता है कि अगर हम ठान लें, तो कुछ भी असंभव नहीं है। तभी तो मैं कहता हूं, सबका प्रयास। उन्होंने कहा कि जब हम प्रकृति का संरक्षण करते हैं, तो बदले में हमें भी प्रकृति संरक्षण और सुरक्षा देती है। इस बात को हम अपने निजी जीवन में भी अनुभव करते हैं। यह बातें उन्होंने मन की बात कार्यक्रम में रविवार को कहीं। उन्होंने कहा कि श्रीमति ज्योत्सना ने मुझे चिट्ठी लिखकर बताया है।

जालौन में एक पारंपरिक नदी थी, नून नदी। नून यहां के किसानों के लिए पानी का प्रमुख श्रोत हुआ करती थी, लेकिन धीरे-धीरे लुप्त होने के कगार पर पहुंच गई, जो थोड़ा बहुत अस्तित्व इस नदी का बचा था, उसमें वह नाले में तब्दील हो रही थी। इससे किसानों के लिए सिंचाई का संकट भी खड़ा हो गया था। जालौन के लोगों ने इस स्थिति को बदलने का बेड़ा उठाया। इसी साल मार्च में एक कमेटी बनाई गई। हजारों ग्रामीण और स्थानीय लोग स्वत: स्फूर्ति भाव से इस अभियान से जुड़े। यहां के पंचायतों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर काम शुरु किया और आज इतने कम समय में, बहुत कम लागत में यह नदी फिर से जीवित हो गई है। कितने ही किसानों को इसका फायदा हो रहा है।

2018 से नदियों के पुनरुद्धार का कार्य करा रही योगी सरकार

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले साढ़े चार वर्षों में नदियों के संरक्षण की दिशा में बड़े पैमाने पर कार्य किया है। प्रदेश में विलुप्त हो चुकी 68 से अधिक नदियों को पुनर्जीवित किया गया है। प्रदेश में वित्तीय वर्ष 2018-19 से मनरेगा के तहत विभिन्न नदियों के पुनरुद्धार का कार्य कराया जा रहा है। इन्हीं में से एक जालौन में विलुप्त हो चुकी नून नदी के पुनर्जीवित होने की सराहना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में की।

ये नदियां हुई पुनर्जीवित

वित्तीय वर्ष 2018-19 में छह नदियों अरिल नदी, मंदाकिनी नदी, कर्णावती नदी, वरुणा नदी, मोरवा नदी और गोमती नदी, वित्तीय वर्ष 2019-20 में 26 जिलों के 19 नदियों टेढी नदी, मनोरमा नदी, पांडु नदी, वरुणा नदी, ससुर खदेड़ी, सई नदी, गोमती नदी, अरिल नदी, मोरवा नदी, मंदाकिनी नदी, तमसा नदी, नाद नदी, कर्णावती नदी, बान नदी, सोत नदी, काली पूर्व नदी, डाढ़ी नदी, ईशन नदी, बूढ़ी गंगा नदी, वित्तीय वर्ष 2020-21 में 36 जिलों की 25 नदियों टेढ़ी नदी, मनोरमा नदी, पांडु नदी, वरुणा नदी, ससुर खदेड़ी, सई नदी, गोमती नदी, अरिल नदी, मोरवा नदी, मंदाकिनी नदी, तमसा नदी, नाद नदी, कर्णावती नदी, बान नदी, सोत नदी, काली पूर्वी नदी, डाढ़ी नदी, ईशन नदी, बूढ़ी गंगा, कुंवर, कल्याणी, बेलन, सिरसा, किवाड़, ऊटगन को पुनर्जीवित किया गया है।

सीएम योगी ने पीएम मोदी को धन्यवाद दिया
मुख्यमंत्री योगी ने जन कल्याणकारी योजनाओं के सफल क्रियान्वयन में यूपी की डबल इंजन सरकार को लगातार सहयोग मार्गदर्शन करने के लिये प्रधान मंत्री मोदी को धन्यवाद दिया।

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जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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