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आप की रैली में किसान ने खुदकुशी की

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नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आयोजित आम आदमी पार्टी (आप) की एक जनसभा के दौरान राजस्थान के एक किसान ने बेमौसम बारिश के कारण फसलों की बर्बादी से परेशान होकर फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। यह घटना दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा केंद्र सरकार के विवादित भूमि अध्यादेश के खिलाफ संबोधन के ठीक पहले घटी।

तीन बच्चों के पिता किसान गजेंद्र सिंह की नाटकीय मौत एक राजनीतिक नाटक में तब्दील हो गया। इस घटना के लिए आप जहां दिल्ली पुलिस व भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को जिम्मेदार ठहरा रही है, वहीं कांग्रेस ने केजरीवाल व आप पर हमला किया है। राम मनोहर लोहिया अस्पताल में किसान की मौत की पुष्टि के तुरंत बाद केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने दिल्ली पुलिस को मौत की जांच करने के लिए कहा। भूमि अधिग्रहण विधेयक के विरोध में जंतर मंतर पर बुधवार को आयोजित आप की एक जनसभा के दौरान उस किसान ने एक पेड़ से फांसी लगाकर खुदकुशी करने की कोशिश की।

व्यक्ति को फांसी लगाते आप के तीन स्वयंसेवकों ने देख लिया, जिसके बाद पेड़ पर चढ़कर उन्होंने उसे नीचे उतारने की कोशिश की। जैसे ही उन्होंने पेड़ से बंधे गमछे की गांठ खोली, उसका शरीर धम्म की आवाज के साथ जमीन पर गिर पड़ा। घटनास्थल पर मौजूद आईएएनएस के एक संवाददाता के मुताबिक, व्यक्ति बेहोश हो चुका था और मुश्किल से सांस ले पा रहा था। उसकी जीभ बाहर की ओर निकली हुई थी। घटनास्थल से हिंदी में लिखा एक सूसाइड नोट मिला, जिसमें लिखा है कि जीवन में उसके लिए अब कुछ नहीं बचा, क्योंकि उसकी सारी फसल बेमौसम बारिश की भेंट चढ़ चुकी है। पत्र के अंत में उसने जय जवान, जय किसान, जय राजस्थान लिखा है।

इस दौरान भावुक आप कार्यकर्ताओं ने दिल्ली पुलिस के खिलाफ नारे लगाए और व्यक्ति को राम मनोहर लोहिया अस्पताल पहुंचाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जनसभा में भाजपा पर हमला करते हुए केजरीवाल ने नरेंद्र मोदी सरकार पर किसानों की जमीन छीनकर उसे धन्ना सेठों को देने का प्रयास करने का आरोप लगाया। भाषण खत्म करने के बाद व्यक्ति को देखने केजरीवाल और मनीष सिसोदिया अस्पताल रवाना हो गए। इसी बीच, कांग्रेस नेता अजय माकन ने अस्पताल का दौरा किया और कहा कि आत्महत्या को टालने के लिए आप तथा पुलिस को कदम उठाना चाहिए था।

पार्टी कार्यालय में भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा, “आप नेताओं ने व्यक्ति को खुदकुशी करने से क्यों नहीं रोका?” कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी अस्पताल पहुंचे। बाद में उन्होंने मीडिया से कहा, “हम किसान के परिवार के साथ हैं। हम उनकी मदद करेंगे।” इससे पहले, केजरीवाल ने मुद्दे पर देश के सभी किसानों को एकजुट करने का संकल्प लिया। केजरीवाल ने कहा, “यह सरकार धन्नासेठों की सरकार है।” उन्होंने भूमि अधिग्रहण आसान बनाने के लिए अध्यादेश लागू करने की जरूरतों पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा, “जल्दबाजी क्या थी? क्या कोई बहुत बड़ी आपात स्थिति थी? ऐसी भी क्या मजबूरी थी? हमारे किसान जानना चाहते हैं।”

दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे देश के किसान भूमि विधेयक के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह राजधानी दिल्ली में किसानों की जमीन उनकी सहमति के बिना नहीं लेने देंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में किसानों की खुदकुशी तभी बंद होगी, जब किसानी फायदेमंद बनाई जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि वह इस मुद्दे पर सभी मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखेंगे।

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पीएम मोदी पर लिखी किताब के प्रचार के लिए स्मृति ईरानी चार देशों की यात्रा पर

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नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी एक नवीनतम पुस्तक ‘मोडायलॉग – कन्वर्सेशन्स फॉर ए विकसित भारत’ के प्रचार के लिए चार देशों की यात्रा पर रवाना हो गई हैं। यह दौरा 20 नवंबर को शुरू हुआ और इसका उद्देश्य ईरानी को मध्य पूर्व, ओमान और ब्रिटेन में रहने वाले भारतीय समुदाय के लोगों से जोड़ना है।

स्मृति ईरानी ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा कि,

एक बार फिर से आगे बढ़ते हुए, 4 देशों की रोमांचक पुस्तक यात्रा पर निकल पड़े हैं! 🇮🇳 जीवंत भारतीय प्रवासियों से जुड़ने, भारत की अपार संभावनाओं का जश्न मनाने और सार्थक बातचीत में शामिल होने के लिए उत्सुक हूँ। यह यात्रा सिर्फ़ एक किताब के बारे में नहीं है; यह कहानी कहने, विरासत और आकांक्षाओं के बारे में है जो हमें एकजुट करती हैं। बने रहिए क्योंकि मैं आप सभी के साथ इस अविश्वसनीय साहसिक यात्रा की झलकियाँ साझा करता हूँ

कुवैत, दुबई, ओमान और ब्रिटेन जाएंगी स्मृति ईरानी

डॉ. अश्विन फर्नांडिस द्वारा लिखित यह पुस्तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शासन दर्शन पर प्रकाश डालती है तथा विकसित भारत के लिए उनके दृष्टिकोण पर ध्यान केंद्रित करती है। कार्यक्रम के अनुसार ईरानी अपनी यात्रा के पहले चरण में कुवैत, दुबई, फिर ओमान और अंत में ब्रिटेन जाएंगी।

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