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उत्तर प्रदेश

राष्ट्र के प्रति कृतज्ञता ज्ञापन का कार्यक्रम है ‘मेरी माटी-मेरा देश’: मुख्यमंत्री

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने शुक्रवार को एक उच्चस्तरीय बैठक में स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित होने वाले ‘मेरी माटी मेरा देश’ कार्यक्रम के तैयारियों की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

● आजादी के अमृत वर्ष में आदरणीय प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में स्वाधीनता दिवस के अवसर पर ‘मिट्टी को नमन, वीरों का वन्दन’ के संदेश के साथ ‘मेरी माटी मेरा देश’ कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। यह राष्ट्र के प्रति कृतज्ञता ज्ञापन का कार्यक्रम है। राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत इस पुनीत कार्यक्रम में हर उत्तर प्रदेश वासी को सहभागी बनना चाहिए।

● 09 से 15 अगस्त तक की अवधि के इस कार्यक्रम के अंतर्गत सभी ग्राम पंचायतों/स्थानीय निकायों में शिलाफ़लकम का लोकार्पण हो। प्रधानमंत्री जी द्वारा तय किए गए ‘पंच प्रण’ के प्रति हर प्रदेशवासी संकल्पबद्ध हो। वसुधा वंदन करते हुए पौधरोपण किया जाए। वीरों के वंदन के भाव के साथ स्वाधीनता संग्राम सेनानियों, अमर शहीदों के परिजनों का सम्मान किया जाए।

● ‘मेरी माटी-मेरा देश’ कार्यक्रम अपने देश, अपनी मातृभूमि के लिए श्रद्धा, आदर एवं सराबोर हो जाने जैसे अपनेपन के भाव से प्रेरित है। इसके तहत हर विकास खंड और नगरीय निकाय से वहां की पावन मिट्टी लेकर अमृत कलश तैयार किया जाए। प्रत्येक जिले में सभी स्थानीय नगरीय निकायों का एक सम्मिलित अमृत कलश बनाएं। जबकि हर विकास खंड का एक-एक पृथक अमृत कलश तैयार किया जाए। यह अमृत कलश लखनऊ और देश के राजधानी दिल्ली में आजादी के अमृत वर्ष की स्मृति के साथ संग्रहीत किए जाएंगे।

● अमृत कलश में हर गांव-हर शहर की मिट्टी हो। यह कलश गांव से ग्राम पंचायत, फिर ब्लॉक मुख्यालय होते हुए जिला मुख्यालय पर एकत्रित हो। इसी प्रकार, सभी नगरीय निकायों के कलश जिला मुख्यालय स्थित नगर निगम/नगर पालिका पर एकत्रित हो। तदुपरांत यह कलश प्रदेश की राजधानी लखनऊ पहुंचेंगे और फिर नोएडा होते हुए राजधानी दिल्ली स्थित कर्तव्य पथ पूरे देश से आए अमृत कलश के साथ एकत्रित होंगे। अमृत

● अमृत कलश देश की पावन मिट्टी से पूरित हैं। इसका पूरा सम्मान हो। अमृत कलश यात्रा भव्य हो। जगह-जगह आमजन की सहभागिता के साथ जनप्रतिनिधियों द्वारा इसका सम्मान किया जाए। इस संबंध में सभी आवश्यक तैयारियां समय से कर ली जाएं।

● हर ग्राम पंचायत/नगरीय निकाय में शिलाफ़लकम स्थापित किया जाना है। शिलाफ़लकम पर आजादी के अमृत वर्ष के विजन प्रदर्शित होगा। स्थानीय वीरों/शहीदों का परिचय प्रदर्शित होगा। हर ग्राम/नगर में शिलाफ़लकम का पूरे सम्मान के साथ भव्य कार्यक्रम आयोजित कर लोकार्पण किया जाए।

● मेरी माटी-मेरा देश कार्यक्रम के व्यवस्थित आयोजन के लिए सभी जिलाधिकारियों से संवाद कर बेहतर कार्ययोजना तैयार कर लें। 09 से 15 अगस्त तक हर दिन का कार्यक्रम तय करें राष्ट्रभक्ति से परिपूर्ण सांस्कृतिक आयोजन, प्रभात फेरियां, नुक्कड़ नाटक आदि के आयोजन भी किये जायें

IANS News

वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।

‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।

‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।

‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।

सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।

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