Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

राजस्थान के स्कूलों में 22 जनवरी को मनाया जाएगा रामलला प्राण प्रतिष्ठा दिवस

Published

on

Loading

जयपुर। अयोध्या में रामलला प्राण प्रतिष्ठा दिवस को अब उत्सव के रूप में मनाया जाएगा। 22 जनवरी को राजस्थान के सरकारी स्कूलों में रामलला प्राण प्रतिष्ठा दिवस मनाने की तैयारियां जोरों पर हैं। राज्य के शिक्षा विभाग ने इस तिथि को वार्षिक उत्सव दिवसों की सूची में शामिल कर लिया है। राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद ने हाल ही में अपने कैलेंडर में स्कूलों में मनाए जाने वाले त्योहारों और दिवसों की तिथियों का उल्लेख किया है, जिसमें रामलला प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन को भी जोड़ा गया है।

इस कैलेंडर में यह नहीं बताया गया है कि इस दिन को कैसे मनाया जाएगा और छात्रों को इस दिन क्या करना होगा। वैसे, कैलेंडर में इन त्योहारों या दिनों को कैसे मनाया जाना चाहिए इसे लेकर सामान्य निर्देश दिए गए हैं। इसमें सलाह दी गई है कि इन विशेष दिनों को लेकर चर्चा की जानी चहिए। साथ ही छात्रों को इसके महत्‍व के बारे में भी पता होना चहिए और छात्रों को इस विशेष दिवस के महत्व को दर्शाते चित्रों को भी बनाना चाहिए। राजस्थान के स्कूल शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने तीन दिन पहले इस कैलेंडर को लॉन्च किया था, जिसकी पुष्टि उनके कार्यालय ने की।

कैलेंडर के अनुसार इस बार छात्र स्कूल में रक्षा बंधन भी मनाएंगे। इस बार रक्षाबंधन सोमवार 19 अगस्त को है, लेकिन एक दिन पहले रविवार के चलते यह दिन स्‍कूलों में 17 तारीख को ही मनाया जाएगा। इस दिन बच्‍चे एक-दूसरे को रक्षा सूत्र बांधेंगे। बता दें कि इसी साल 22 जनवरी को अयोध्या में श्रीराम मंदिर के गर्भगृह में रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की गई थी। -आईएएनएस

 

उत्तर प्रदेश

बरेली में महिला 16 साल से खा रही थी अपने बाल, मानसिक बीमारी ट्राईकोलोटो मेनिया से ग्रसित

Published

on

Loading

बरेली। यूपी के बरेली से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसे सुनकर हर कोई हैरान है। बरेली की एक महिला मानसिक बीमारी ट्राईकोलोटो मेनिया से ग्रसित थी। इस बीमारी में व्यक्ति अपने ही सिर के बाल को नोच-नोचकर खाता है। ऐसी बीमारी को समाज में जादू टोना इस सब नामों से जाना जाता है।

आइए जानते है क्या पूरा मामला

शुक्रवार बरेली के जिला अस्पताल में एक महिला को भर्ती कराया गया। महिला सुभाषनगर क्षेत्र की रहने वाली है। ये महिला पिछले 16 सालों से अपने बाल खा रही थी। शुक्रवार को अचानक से महिला के पेट में दर्द उठा और उल्टियां होने लगी। जिसके बाद महिला को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।

अस्पताल में ऑपरेशन के वक्त डॉक्टरों ने उसका वीडियो भी बनाया। डॉक्टरों की टीम ने युवती के पेट से बालों का एक बहुत बड़ा गुच्छा निकाला जिसे देखकर सभी हैरान रह गए। जिला अस्पताल के डॉक्टर सर्जन डॉ एमपी सिंह, डॉ अंजली सोनी, डॉ मुग्धा शर्मा, डॉ दिग्विजय सिंह, सिस्टर गीता, तनु वर्मा और भावना ने इस जटिल ऑपरेशन को किया।

डॉक्टर एमपी सिंह ने बताया कि 25 साल में पहली बार इस बीमारी का मरीज मिला है। उन्होंने बताया कि ऑपरेशन काफी जटिल था, लेकिन पूरी टीम ने बहुत मेहनत से इस जटिल ऑपरेशन को पूरा किया। उन्होंने कहा कि अब युवती सही सलामत है।

Continue Reading

Trending