Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

हरिद्वार जेल में चल रही थी रामलीला वानर बने दो कैदी, माता सीता को खोजते – खोजते हुए फरार

Published

on

Loading

हरिद्वार। उत्‍तराखंड के हरिद्वार में रामलीला के दौरान दो कैदी जेल की दीवार फांदकर हुए फरार। इसी क्रम में उत्तराखंड के रोशनाबाद जेल में रामलीला हो रही थी. इसी रामलीला कोर दो कैदी देखने के लिए गए हुए थे, तभी मौका देखते ही पुताई में इस्तेमाल की जाने वाली सीढ़ी रखी हुई थी. बस फिर क्या, दोनों ही कैदियों को वहां से बाहर निकलने का अच्छा मौका मिल गया. रामलीला देखते-देखते कुछ समय बाद ही मंच से दूर गए और वापस नहीं लौटे.

फरार कैदियों के बारे में

जेल से फरार हुए कैदियों में से एक पंकज कुमार को हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी. जबकि, दूसरा कैदी रामकुमार का मामला अभी केस में चल रहा था और कोर्ट में सुनवाई की जानी थी. दोनों कैदियों ने जेल से बाहर निकलने के लिए एक सीढ़ी का सहारा लिया जेल के अंदर कुछ काम चल रहा था, उसी के कारण वहां सीढ़ी लगाई गई थी. दोनों ही वहां से सबकी नजरों से दूर आए और सीढ़ी के जरिए बाहर निकल गए. वहां मौजूद पुलिस कर्मियों की लापरवाही के कारण दो अपराधी पुलिस को चकमा देकर मौके से फरार हो गए. कैदी पंकज रुड़की और रामकुमार उत्तर प्रदेश के गोंड़ा का रहने वाला है.

हरिद्वार के जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह ने बताया की

जिला कारागार में अपहरण और हत्या के मामले में दो बंदी जेल में बंद थे जो मौके का फायदा उठाकर फरार हो गए हैं जेल के अंदर एक निर्माण कार्य चल रहा है निर्माण कार्य में लाई गई सीढ़ी की मदद से दोनों कैदी जेल से फरार होने में कामयाब रहे. जिलाधिकारी ने बताया इस मामले में जेल प्रशासन की लापरवाही देखी जा रही है. जेल में चल रही रामलीला में भाग न लेकर सुरक्षा पर ध्यान देना चाहिए था इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है साथ ही इस मामले में मजिस्ट्रेट जांच भी कराई जाएगी

 

 

Continue Reading

नेशनल

योगी-राजनाथ समेत कई VIPs की सुरक्षा से हटेंगे NSG कमांडो, सीआरपीएफ संभालेगी कमान

Published

on

By

Loading

नई दिल्ली। NSG कमांडोज का इस्तेमाल अब सिर्फ आतंकवाद विरोधी अभियानों के लिए ही किया जाएगा। गृह मंत्रालय के नए आदेश के अनुसार अब सभी वीआईपी सिक्योरिटी ड्यूटी से एनएसजी कमांडो हटा लिए जाएंगे, उनकी जगह CRPF के जवान सुरक्षा का जिम्मा संभालेंगे। यह आदेश अगले महीने से लागू होगा।

इस लिस्ट में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बसपा सुप्रीमो मायावती, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, पूर्व उप-प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी, सर्बानंद सोनोवाल, रमन सिंह, गुलाब नबी आजाद, फारुक अब्दुल्ला, चंद्रबाबू नायडू शामिल हैं, जिन्हें जेड प्लस सिक्योरिटी मिली हुई है और एनएसजी कमांडो उनकी सुरक्षा में तैनात हैं। अब उनकी जगह सीआरपीएफ सिक्योरिटी की कमान संभालेगी।

गृह मंत्रालय ने विशेष रूप से प्रशिक्षित जवानों की एक नई बटालियन को सीआरपीएफ के वीआईपी विंग के साथ जोड़ने की मंजूरी भी दी है। इस बटालियन को हाल में संसद सुरक्षा से हटाया गया था। संसद की सुरक्षा से हटाए गए सीआरपीएफ जवानों को स्पेशल ट्रेनिंग देकर सीआरपीएफ वीआईपी सिक्योरिटी विंग भेजा गया है। इसके लिए नई बटालियन बनाई गई है। एनएसजी का इस्तेमाल सिर्फ आतंकवाद विरोधी अभियानों के लिए किया जाएगा। यह आदेश अगले महीने से लागू होगा।

एनएसजी बुधवार को अपना 40वां स्थापना दिवस मना रहा है। केंद्र सरकार का विचार है कि एनएसजी को आतंकवाद-रोधी और विमान अपहरण-रोधी अभियानों को संभालने के अपने मूल चार्टर पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और उच्च जोखिम वाले वीआईपी की सुरक्षा का कार्य इसकी सीमित और विशेषज्ञ क्षमताओं पर बोझ साबित हो रहा है। वीआईपी सुरक्षा से एनएसजी को हटाए जाने के बाद लगभग 450 ब्लैक कैट कमांडो को मुक्त किए जाने की उम्मीद है।

 

Continue Reading

Trending