Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

बिजनेस

महंगाई बड़ी चुनौती नहीं : जेटली

Published

on

Arun Jaitley

Loading

नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक की दो जून की मौद्रिक नीति समीक्षा से पहले केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को कहा कि महंगाई बड़ी चुनौती साबित नहीं होने वाली है, हालांकि मानसून कमजोर रहने से खाद्य पदार्थों की कीमतें प्रभावित हो सकती हैं। जेटली ने आकाशवाणी के एफएम गोल्ड चैनल पर कहा कि वैश्विक तेल कीमतें घटी हैं। यह मौका हमारे लिए बेहतरीन है। तेल मूल्य कम होने के कारण महंगाई दर कम है। मुझे नहीं लगता कि आने वाले दिनों में महंगाई चुनौती बनेगी।

उन्होंने कहा, “सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के कारण खाद्य कीमतें निचले स्तर पर बनी हुई हैं और सक्रिय सरकार हमेशा खाद्य कीमतें कम रखेगी।” थोक महंगाई दर गत वर्ष नवंबर से नकारात्मक दायरे में है। अप्रैल में यह नकारात्मक 2.65 फीसदी रही, जो मार्च में नकारात्मक 2.33 फीसदी थी। सब्जियों और फलों की कीमत घटने के कारण उपभोक्ता महंगाई दर भी घटी है और यह चार महीने के निचले स्तर 4.87 फीसदी पर आ गई है।

भारत मौसम विज्ञान कार्यालय ने आगामी मानसून सत्र में औसत से कम बारिश होने का अनुमान जताया है। जेटली ने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के एक साल का काम काज संतोषजनक रहा है। देश निराशा और नीतिगत अवरोध से बाहर निकल गया है। उन्होंने कहा कि भारत के बारे में दुनिया की सोच बदली है। आर्थिक तेजी लाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं और उनका परिणाम भी दिख रहा है।

नेशनल

ऑनलाइन फूड ऑर्डरिंग ऐप को मनमानी करने पर 103 के बदले देने पड़ेंगे 35,453 रु, जानें क्या है पूरा मामला

Published

on

Loading

हैदराबाद। ऑनलाइन फूड ऑर्डरिंग ऐप स्विगी को ग्राहक के साथ मनमानी करना भारी पड़ गया। कंपनी की इस मनमानी पर एक कोर्ट ने स्विगी पर तगड़ा जुर्माना ठोक दिया। हैदराबाद के निवासी एम्माडी सुरेश बाबू की शिकायत पर उपभोक्ता आयोग ने बड़ा फैसला सुनाया है। बाबू ने आरोप लगाया था कि स्विगी ने उनके स्विगी वन मेंबरशिप के लाभों का उल्लंघन किया और डिलीवरी Food Delivery की दूरी को जानबूझकर बढ़ाकर उनसे अतिरिक्त शुल्क वसूला

क्या है पूरा मामला ?

सुरेश बाबू ने 1 नवंबर, 2023 को स्विगी से खाना ऑर्डर किया था। सुरेश के लोकेशन और रेस्टॉरेंट की दूरी 9.7 किमी थी, जिसे स्विगी ने बढ़ाकर 14 किमी कर दिया था। दूरी में बढ़ोतरी की वजह से सुरेश को स्विगी का मेंबरशिप होने के बावजूद 103 रुपये का डिलीवरी चार्ज देना पड़ा। सुरेश ने आयोग में शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि स्विगी वन मेंबरशिप के तहत कंपनी 10 किमी तक की रेंज में फ्री डिलीवरी करने का वादा किया था।कोर्ट ने बाबू द्वारा दिए गए गूगल मैप के स्क्रीनशॉट्स और बाकी सबूतों की समीक्षा की और पाया कि दूरी में काफी बढ़ोतरी की गई है।

कोर्ट ने स्विगी को अनुचित व्यापार व्यवहार का दोषी पाया और कंपनी को आदेश दिया कि वे सुरेश बाबू को 9 प्रतिशत ब्याज के साथ 350.48 रुपये के खाने का रिफंड, डिलीवरी के 103 रुपये, मानसिक परेशानी और असुविधा के लिए 5000 रुपये, मुकदमे की लागत के लिए 5000 रुपए समेत कुल 35,453 रुपये का भुगतान करे।

Continue Reading

Trending