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प्रादेशिक

केरल उपचुनाव : सबरीनाथन को उम्मीदवार बनाएगी कांग्रेस

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तिरुवनंतपुरम। कांग्रेस की केरल इकाई ने सभी स्तरों पर बातचीत और विचार-विमर्श के बाद 27 जून को होने वाले अरुविकरा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के उपचुनाव में के.एस. सबरीनाथन को उम्मीदवार बनाने का निर्णय लिया है। मतदान 27 जून को होना है। सबरीनाथन, दिवंगत विधानसभा अध्यक्ष जी. कार्तिकेयन के छोटे बेटे हैं। कार्तिकेयन का इसी वर्ष मार्च में निधन हो जाने के बाद अरुविकरा सीट रिक्त हो गई है।

पेशे से इंजीनियर और एमबीए डिग्री धारक 31 वर्षीय सबरीनाथन इस समय मुंबई में टाटा ट्रस्ट के मानव संसाधन प्रबंधक के रूप में कार्यरत हैं। केरल कांग्रेस प्रमुख वी.एम. सुधीरन ने शनिवार को पार्टी मुख्यालय में बताया कि पूर्व में पार्टी कार्तिकेयन की पत्नी एम.टी. सुलेखा को अरुविकरा सीट पर चुनाव लड़वाना चाहती थी। उन्होंने कहा, “सुलेखा ने पार्टी के समक्ष चुनाव न लड़ने की इच्छा जताई। राहुल गांधी एक बार जब बीमार कार्तिकेयन से मिलने गए थे, तब उन्होंने अपने बेटे सबरीनाथन के राजनीति में आने की इच्छा का जिक्र किया था। वास्तव में इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान सबरीनाथन ने कांग्रेस की छात्र शाखा के उम्मीदवार तौर पर कॉलेज यूनियन का चुनाव लड़ा था और वह राजनीति में नए नहीं हैं।”

सबरीनाथन ने अरुविकरा उपचुनाव में कांग्रेस का उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद संवाददाताओं से कहा, “मैं अरुविकरा निर्वाचन क्षेत्र से अच्छी तरह परिचित हूं और कभी कभी क्या होता है कि जिस बात की कभी कल्पना नहीं की होती, वह वास्तव में हो जाती है। मेरे पिता ने 24 सालों तक इस निर्वाचन क्षेत्र के लिए काम किया और कई विकास कार्य करवाए।” उन्होंने कहा, ” कांग्रेस के नेतृत्व वाली युनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) की जीत यहां आवश्यक है और इससे मैं अपने पिता द्वारा शुरू किए गए कार्यो को पूरा कर पाऊंगा।”

दूसरी तरफ, मार्क्सपवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के उम्मीदवार एम. विजयकुमार ने चुनाव के मद्देनजर प्रचार शुरू कर दिया है। विजयकुमार पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और मंत्री रह चुके हैं। वहीं, भारतीय जनता पार्टी रविवार को अपने उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर सकती है।

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जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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