Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

तोमर से अवध विश्वविद्यालय में 4 घंटे हुई पूछताछ

Published

on

लखनऊ /फैजाबाद,फर्जी डिग्री,गिरफ्तार,पूर्व कानून मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर,डा. राम मनोहर लोहिया अवध यूनिवर्सिटी,दिल्ली पुलिस

Loading

लखनऊ /फैजाबाद | फर्जी डिग्री मामले में गिरफ्तार दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर से डा. राम मनोहर लोहिया अवध यूनिवर्सिटी, फैजाबाद में बुधवार को दिल्ली पुलिस ने चार घंटे पूछताछ की। पूछताछ के दौरान यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार एस. एल. मौर्या और परीक्षा नियंत्रक भी मौजूद रहे। अवध यूनिवर्सिटी के प्रवक्ता एसएन शुक्ला ने बताया कि अवध यूनिवर्सिटी ने दिल्ली बार काउंसिल और सूचना के अधिकार के तहत जो सूचना दी है, वह उस पर कायम है।

विश्वविद्यालय के मुताबिक तोमर ने जो डिग्रियां दिखाई थीं, उसका कोई भी रिकर्ड यूनिवर्सिटी के पास नहीं है लेकिन यूनिवर्सिटी ने साफ किया है कि इस संबंध में कोई केस दर्ज नहीं कराया जाएगा। ज्ञात हो कि दिल्ली पुलिस तोमर को लेकर बुधवार को ही दिल्ली से पहले लखनऊ और फिर वहां से फैजाबाद पहुंची है। वहीं, दिल्ली पुलिस ने भी बुधवार को यूनिवर्सिटी में अपनी जांच को लेकर कोई ब्योरा देने से यह कहते हुए इनकार कर दिया कि जांच अभी जारी है। इससे पूर्व सुबह लखनऊ स्टेशन पर तोमर ने मोदी सरकार पर साजिश रचने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार और दिल्ली पुलिस उन्हें फंसाने की कोशिश कर रही है। दिल्ली सरकार को केंद्र काम नहीं करने दे रहा है।

पुलिस उन्हें फैजाबाद के अलावा भागलपुर, मुंगेर और बुंदेलखंड भी ले जा सकती है। गौरतलब है कि तोमर फर्जी डिग्री मामले में चार दिनों की पुलिस रिमांड पर हैं और माना जा रहा है कि इन्हीं चार दिनों के अंदर दिल्ली पुलिस उन्हें पूछताछ के लिए भागलपुर, मुंगेर और बुंदेलखंड भी ले जा सकती है। इससे पहले मंगलवार को लंबी पूछताछ के बाद तोमर को दिल्ली के साकेत कोर्ट में पेश किया गया था, जहां आदलत ने तोमर को चार दिन के रिमांड पर पुलिस को सौंप दिया। इसके बाद कानून मंत्री ने देर रात अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

Published

on

Loading

नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

Continue Reading

Trending