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प्रादेशिक

बंगाल : आपसी संघर्ष में तृणमूल के 3 कार्यकर्ताओं की मौत

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Trinamool

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कोलकाता। पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के ही दो प्रतिद्वंद्वी गुटों के बीच कथित तौर पर हुई झड़प में पार्टी के तीन कार्यकर्ताओं की मौत हो गई। पार्टी नेताओं और पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। संघर्ष रविवार रात बर्दवान जिले के खंडाघोष इलाके में हुई।

घटना को लेकर पुलिस ने जहां मृतकों की राजनीतिक संबद्धता पर टिप्पणी करने से इनकार कर कर दिया है, वहीं तृणमूल के ब्लॉक अध्यक्ष आलोक मांझी ने एक स्थानीय नेता मुज्जम हुसैन मणि को इन हत्याओं के लिए जिम्मेदार ठहराया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक तरुण हलदर ने कहा, “संघर्ष में तीन लोगों की मौत हुई है। हम घटना की जांच कर रहे हैं और अभी इस बारे में कुछ नहीं कह सकते कि हत्याएं तृणमूल कांग्रेस के आंतरिक संघर्ष का नतीजा है या नहीं। हमने छह लोगों को गिरफ्तार किया है।”

मांझी ने कहा, “मणि को जब से ब्लॉक अध्यक्ष के पद से हटाया गया है, तब से वह प्रतिशोध लेना चाह रहा था। पिछली रात उनके आदमी हमारे तीन लोगों को घसीटकर ले गए और बेरहमी से उनकी हत्या कर दी।” उन्होंने कहा, “हमने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है और इसके लिए कड़ी सजा देने की मांग की है।”

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18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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