प्रादेशिक
सिस्टर निर्मला के अंतिम संस्कार में सैकड़ों शामिल
कोलकाता| मिशनरीज ऑफ चैरिटी की पूर्व संचालक सिस्टर निर्मला के अंतिम संस्कार में बुधवार को भारी बारिश के बावजूद सैकड़ों भारतीय और विदेशी नागरिक शामिल हुए। अंतिम संस्कार से पहले उनके पार्थिव शरीर को आम जनता के अंतिम दर्शन के लिए मिशनरीज ऑफ चैरिटी के वैश्विक मुख्यालय मदर हाउस में रखा गया था।
मदर टेरेसा की उत्तराधिकारी और मिशनरीज ऑफ चैरिटी की सुपिरियर जनरल सिस्टर निर्मला का मंगलवार को कोलकाता (सियालदाह) में निधन हो गया था। वह बहुत समय से बीमार थीं।
कोलकाता में बुधवार को भारी बारिश के बावजूद बड़ी संख्या में लोग मदर हाउस में सिस्टर निर्मला को अंतिम श्रद्धांजलि देने पहुंचे।
सिस्टर निर्मला के पार्थिव शरीर को फूलों से सजे कांच के ताबूत में रखकर मदर टेरेसा के संगमरमर के मकबरे के पास रखा गया था, जहां कड़ी सुरक्षा के बीच संस्था की ननों सहित 250 के करीब लोगों ने प्रार्थना गीत गाते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी।
संस्था की वरिष्ठ सदस्यों ने भी ताबूत पर फूल चढ़ाकर प्रिय सहयोगी सिस्टर निर्मला को श्रद्धांजलि दी।
संस्था की 83 वर्षीया नन बी. कॉलिंस ने आईएएनएस को बताया, “वह हमेशा मुस्कुराती रहती थीं और सबकी मदद के लिए तैयार रहती थीं। मैं उनके लिए रो कैसे सकती हूं। उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी जी और मानवता के लिए काम किया।”
सिस्टर निर्मला का जन्म 1934 में झारखंड की राजधानी रांची में एक हिंदू ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उन्होंने 1958 में ईसाई धर्म अपना लिया था और मदर टेरेसा के मानवता के कार्यो से प्रेरित होकर मिशनरीज ऑफ चैरिटी में शामिल हो गई थीं।
भारत सरकार ने 2009 में सिस्टर निर्मला को देश के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से विभूषित किया था।
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जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई
नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।
बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।
बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।
ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।
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