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खेल-कूद

सतनाम ने इतिहास रचा, एनबीए में प्रवेश पाने वाले पहले भारतीय बने

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न्यूयार्क,सतनाम सिंह,भामरा नेशनल बास्केटबॉल एसोसिएशन,पहले भारतीय बन,बोस्टन सेल्टिक्सन्यूयार्क,सतनाम सिंह,भामरा नेशनल बास्केटबॉल एसोसिएशन,पहले भारतीय बन,बोस्टन सेल्टिक्स

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न्यूयार्क | सात फुट दो इंच लम्बे कद के पंजाब निवासी सतनाम सिंह भामरा अमेरिका में प्रतिष्ठित नेशनल बास्केटबॉल एसोसिएशन (एनबीए) में प्रवेश पाने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। इसके साथ सतनाम ने इतिहास रच दिया है। सतनाम को शुक्रवार को एनबीए ड्राफ्ट में शामिल किया गया। 131 किलोग्राम वजनी सतनाम को डालास मावेरिक्स टीम ने अपने साथ जोड़ा है। इससे पहले सतनाम को बोस्टन सेल्टिक्स और साक्रामेंटो किंग्स जैसी टीमों ने अभ्यास के लिए चुना था।

19 साल के सतनाम पंजाब से सम्बंध रखते हैं। वह 2014-15 में आईएमजी अकादमी ग्रेजुएट टीम के लिए खेल चुके हैं। सतनाम एनबीए में शामिल होने वाले पहले भारतीय (भारत में जन्मे) हैं। बीते साल अमेरिका में जन्मे भारतीय खिलाड़ी सैम भुल्लर ने एनबीए में जगह बनाई थी। शुरुआत में सतनाम के लिए 17 बार एनबीए खिताब जीत चुके बोस्टन सेल्टिक्स ने रुचि दिखाई थी लेकिन अंत में मावेरिक्स ने उन्हें अपने साथ जोड़ा। सतनाम ड्रॉफ्ट में जगह पाने वाले 52वें खिलाड़ी रहे। इस साल 60 खिलाड़ियों को ड्रॉफ्ट में जगह मिली। मावेरिक्स टीम ने 1980-81 सत्र में पहली बार एनबीए में हिस्सा लिया था। इसके बाद से वह 1987, 2007 और 2010 में डिवीजन खिताब, 2006 और 2011 में कांफ्रेंस खिताब और 2011 में एक बार एनबीए खिताब जीत चुका है। सतनाम ने 2011 में 16 साल की उम्र में चीन में आयोजित 26वीं एशियाई चैम्पियनशिप में भारत की ओर से हिस्सा लिया था। इसके बाद वह 2013 में भी इस आयोजन में खेले।

बीते पांच साल से सतनाम कई देशों के युवाओं के साथ फ्लोरिडा में अभ्यास कर रहे थे। सतनाम को आईएमजी रिलायंस अकादमी की ओर से अभ्यास के लिए भेजा गया था। सतनाम ने कहा कि उनकी इस सफलता से प्रेरित होकर अधिक से अधिक युवा एनबीए का रुख करेंगे और इससे भारतीय बास्केटबॉल का हालात भी सुधरेगा। सतनाम ने कहा, “अभ्यास के दौरान ही मुझे यकीन हो गया था कि मैं किसी न किसी टीम में जगह पा लूंगा। मैंने इसके लिए अच्छी तैयारी की थी। उसी का फल मिला है। यह सुनकर अच्छा लगता है कि भारत में जन्मा कोई पहला व्यक्ति एनबीए में खेलेगा।” सतनाम ने सितम्बर 2010 में अमेरिका का रुख किया था। आईएमजी के लिए खेलते हुए सतनाम ने 2014-15 सत्र में 9.2 का औसत निकाला और 8.4 रीबाउंड हासिल किया। यही नहीं, सतनाम ने प्रति मैच 20 मिनट में 2.2 ब्लॉक्स भी हासिल किए। सतनाम ने इस बात को लेकर खुशी जाहिर की थी कि भारत में इस खेल को लेकर जागरुकता और लोकप्रियता बढ़ रही है और अब इस खेल को पेशेवर लिहाज से लिया जाता है।

सतनाम बोले, “मैं अब अधिक से अधिक भारतीयों को इस खेल को पेशेवर अंदाज में लेने का अपील करूंगा। अब युवाओं को प्रेरणा का कारण मिल गया है और मुझे यकीन है कि वे अब अधिक मेहनत करेंगे।” अपने गांव और परिवार में ‘छोटू’ नाम से मशहूर विशालकाय कद के सतनाम की उपलब्धि इसलिए भी खास है क्योंकि 2005 के बाद ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी खिलाड़ी को बिना कॉलेज, ओवरसीज, पेशेवर तौर पर या फिर एनबीए डेवलपमेंट लीग में खेले बगैर ही ड्रॉफ्ट में जगह मिल गई। सतनाम से पहले भुल्लर ने किंग्स के लिए एनबीए खेला है। कनाडा में जन्मे भुल्लर ने अप्रैल में अपनी टीम के लिए तीन मैच खेले। सतनाम ने कहा कि भुल्लर ने उन्हें इस सफलता पर बधाई दी है। बकौल सतनाम, “भुल्लर ने मुझे बधाई दी और मुझे शुभकामना भी दी।”

खेल-कूद

IND VS AUS: पर्थ में भारतीय गेंदबाजों का कहर, बैकफुट पर ऑस्ट्रेलिया, 67 रनों पर गंवाए 7 विकेट

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नई दिल्ली। पर्थ टेस्ट में भारतीय गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलिया को बैकफुट पर धकेल दिया है। भारत के पहली पारी में 150 रनों के जवाब में ऑस्ट्रेलियाई टीम सात विकेट खोकर 67 रन ही बना पाई है। ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत खराब रही थी। तीसरे ही ओवर में बुमराह ने नाथन मैकस्वीनी को एल्बीडब्ल्यू आउट किया। वह 10 रन बना सके। इसके बाद बुमराह ने उस्मान ख्वाजा को कोहली के हाथों कैच कराया, फिर अगली ही गेंद पर स्टीव स्मिथ को एल्बीडब्ल्यू आउट किया। ख्वाजा आठ रन और स्मिथ खाता नहीं खोल सके। ट्रेविस हेड को डेब्यू कर रहे तेज गेंदबाज हर्षित राणा ने क्लीन बोल्ड किया। वह 11 रन बना सके। वहीं, मिचेल मार्श छह रन बनाकर मोहम्मद सिराज का शिकार बने। सिराज ने इसके बाद लाबुशेन को एल्बीडब्ल्यू किया। वह 52 गेंद में दो रन बना सके। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस को भारतीय कप्तान बुमराह ने पंत के हाथों कैच कराया। वह तीन रन बना सके। फिलहाल एलेक्स कैरी 19 रन और मिचेल स्टार्क छह रन बनाकर नाबाद हैं। बुमराह के अलावा मोहम्मद सिराज ने दो विकेट लिए, जबकि हर्षित राणा को एक विकेट मिला।

भारतीय पारी

पर्थ के मैदान पर टीम इंडिया के बल्लेबाजी क्रम की एक बार फिर पोल खुल गई। 49.4 ओवर खेलकर ही भारत की पूरी टीम सिर्फ 150 रन बनाकर ढेर हो गई। टीम के छह बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा पार नहीं कर सके। टीम इंडिया की शुरुआत ही बेहद खराब हुई। यशस्वी जायसवाल बिना खाता खोले ही मिचेल स्टार्क की गेंद पर पवेलियन लौट गए। देवदत्त पडिक्कल ने 23 गेंदों का सामना किया, लेकिन वो अपने नाम के आगे एक रन तक नहीं लिखवा सके। नंबर चार पर बल्लेबाजी करने उतरे विराट कोहली से फैन्स को काफी उम्मीदें थीं। हालांकि, विराट का किस्मत ने एक बार फिर साथ नहीं दिया और वह जोश हेजलवुड के हाथ से निकली बेहतरीन गेंद पर अपना विकेट गंवा बैठे। भोजनकाल से पहले 23वें ओवर में मिचेल स्टार्क ने के एल राहुल (26) को आउट कर भारत को बड़ा झटका दिया।

लंच के बाद चार विकेट पर 51 रन के आगे खेलने उतरी भारतीय टीम दूसरे सेशन में 24.4 ओवर में मात्र 99 रन ही जोड़ पाई और बचे हुए बाकी विकेट गवां दिये। 59 के स्कोर पर भारतीय टीम को पांचवां झटका लगा। मिचेल मार्श ने ध्रुव जुरेल को मार्नस लाबुशेन के हाथों कैच आउट कराया। जुरेल 11 रन बनाकर आउट हुए।

इसके बाद वॉश‍िंगटन सुंदर मात्र चार रन बनाकर म‍िचेल मार्श की गेंद पर व‍िकेटकीपर एलेक्स कैरी को कैच थमा बैठे। भारत ने छह विकेट गिरने के बाद ऑलराउंडर नीतीश कुमार रेड्डी बल्लेबाजी करने आए और उन्होंने ऋषभ पंत के साथ छठे विकेट के लिए 48 रन जोड़े। भारत को सातवां झटका ऋषभ पंत के रूप में लगा। वह 37 रन बनाकर पैट कम‍िंंस की गेंद पर दूसरी स्ल‍िप में खड़े स्टीव स्म‍िथ को कैच थमा बैठे।
इसके बाद हर्ष‍ित राणा मात्र 7 रन बनाकर जोश हेजलवुड की गेंद पर मार्नस लॉबुशेन को कैच थमा बैठे। भारत का नौवां विकेट जसप्रीत बुमराह के रूप में गिरा, जो जोश हेजलवुड की गेंद पर विकेटकीपर कैरी को कैच थमा बैठे। वहीं आखिरी विकेट नीतीश रेड्डी का गिरा। रेड्डी को पैट कमिंस ने उस्मान ख्वाजा के हाथों कैच आउट कराया।

 

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