Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

कश्मीर में अलगाववादियों के बंद से जनजीवन प्रभावित

Published

on

Loading

श्रीनगर| जम्मू एवं कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में अलगवादियों ने शनिवार को पुलिस की कथित ज्यादती के विरोध में बंद का आह्वान किया है, जिससे यहां आम जनजीवन प्रभावित हुआ है। हालांकि श्रीनगर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाले श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों की आवाजाही सामान्य तरीके से होती रही।

हुर्रियत के उदारवादी धड़े के नेता मीरवाइज उमर फारूक ने पुलिस पर 26 जून को जामिया मस्जिद इलाके में शुक्रवार की नमाज के दौरान ज्यादती बरतने का आरोप लगाते हुए बंद का आह्वान किया है।

पुराने श्रीनगर शहर के नौहटा इलाके में स्थित जामिया मस्जिद के प्रबंधन का कहना है कि पुलिस ने इलाके में आंसू गैस के गोले छोड़े, जिनमें से कुछ मस्जिद के भीतर पहुंच गए।

बंद की वजह से श्रीनगर में दुकानें बंद हैं और सड़कों पर वाहन नहीं नजर आ रहे हैं। बैंकों, सरकारी कार्यालयों, डाकघरों में हालांकि सामान्य तरीके से कामकाज हो रहा है, लेकिन यहां भी उपस्थिति कम है।

हुर्रियत के कट्टरपंथी धड़े के नेता सैयद अली गिलानी ने भी बंद का समर्थन किया है। गिलानी के नेतृत्व वाले हुर्रियत कांफ्रेंस के एक प्रवक्ता ने कहा कि पुलिस ने शुक्रवार को उनकी घर में नजबंदी समाप्त नहीं की और उन्हें नमाज के लिए मस्जिद जाने से रोक दिया।

बंद को देखते हुए शहर के संवेदनशील इलकों में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों को तैनात किया गया है।

इस बीच, कश्मीर विश्वविद्यालय में गुरुवार को अंग्रेजी विभाग के एक छात्र की गिरफ्तारी के बाद भड़की हिंसा के कारण शनिवार को लगातार दूसरे दिन छात्रों को विश्वविद्यालय परिसर में दाखिल नहीं होने दिया गया, जिससे इस दिन भी यहां कक्षाएं नहीं चलीं।

पुलिस का कहना है कि गिरफ्तार किए गए छात्र मुजामिल अहमद के संबंध आतंकवादियों से हैं, जबकि यहां प्रदर्शन कर रहे छात्र उसे निर्दोष बता रहे हैं और उसकी तुरंत रिहाई की मांग कर रहे हैं। यह छात्र दक्षिणी कश्मीर के पुलवामा जिले का है।

इस बीच, विश्वविद्यालय प्रशासन ने शुक्रवार को अपने छात्रावासों को बंद करने के आदेश दिए और छात्रावास को खाली कराने के लिए पुलिस की मदद मांगी।

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

Published

on

Loading

नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

Continue Reading

Trending