Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

मेघालय उपचुनाव में कांग्रेस को जीत

Published

on

शिलांग,मेघालय,सत्तारूढ़ कांग्रेस, चॉकपोट विधानसभा सीट,मतगणना,कांग्रेस उम्मीदवार ब्ल्यूबेल संगमा

Loading

शिलांग | मेघालय में सत्तारूढ़ कांग्रेस को चॉकपोट विधानसभा सीट के लिए कराए गए उपचुनाव में जीत मिली है। मंगलवार को घोषित परिणाम के मुताबिक, कांग्रेस उम्मीदवार ब्लूबेल संगमा ने गारो नेशनल काउंसिल (जीएनसी) के उम्मीदवार को मात दी। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रशांत नाइक ने आईएएनएस को बताया कि कांग्रेस उम्मीदवार संगमा ने अपने करीबी प्रतिद्वंद्वी नेशनल पीपुल्स पार्टी के फिलिपोल डी.मारक को 2,550 वोट से हराया।

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के पूर्व सदस्य संगमा ने उपचुनाव से पहले पार्टी छोड़कर कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली थी। उन्हें चुनाव में 8,042 तथा फिलिपोल को 5,492 वोट मिले। साल की शुरुआत में जीएनसी के विधायक क्लिफोर्ड आर.मारक का निधन हो जाने के कारण इस सीट पर उपचुनाव जरूरी हो गया था। मारक की पत्नी कल्पना डी. संगमा को 5,009 वोट मिले हैं, वह तीसरे स्थान पर रहीं। इधर, निर्दलीय उम्मीदवार टिंकरविन आर.मारक को 1,189 वोट मिले, जबकि 424 मतदाताओं ने ‘उपरोक्त में से कोई नहीं’ (नोटा) श्रेणी में वोट डाला। चॉकपोट में शनिवार को मतदान कराया गया था, जहां 24,244 मतदाताओं में से 83.11 फीसदी ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था।

कांग्रेस के प्रभारी महासचिव वी.नारायणसामी ने आईएएनएस को बताया, “क्षेत्रीय पार्टियों के गढ़ रहे चॉकपोट पर कांग्रेस की जीत यह दिखाती है कि मेघालय की जनता का कांग्रेस पार्टी में गहरा विश्वास है और उन्होंने राज्य में कांग्रेस सरकार के काम को स्वीकार किया है।” 60 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के पास अब 30 सीटें हैं, जो बहुमत से एक सीट कम है। राकांपा के विधानसभा में दो सदस्य हैं, नॉर्थ-ईस्ट डेमोक्रेटिक सोशलिस्ट पार्टी के एक और 11 निर्दलीय विधायक हैं। ये सभी कांग्रेस का समर्थन कर रहे हैं। विपक्षी मेघालय पीपुल्स फ्रंट, यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी के आठ, नेशनल पीपुल्स पार्टी के दो और दो निर्दलीय विधायकों से मिलकर बना है। इधर, हिल स्टेट पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के चार सदस्य हैं, जो मेघालय पीपुल्स फ्रंट का हिस्सा नहीं है।

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

Published

on

Loading

नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

Continue Reading

Trending