Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

तेदेपा विधायक वीरैया जेल भेजे गए

Published

on

हैदराबाद,अदालत ने नोट के बदले वोट मामले में गिरफ्तार तेलुगू देशम पार्टी,सांड्रा वेंकट वीरैया, भ्रष्टाचार निवारक ब्यूरो, न्यायाधीश ने वीरैया को 21 जुलाई तक न्यायिक हिरासत

Loading

हैदराबाद | अदालत ने नोट के बदले वोट मामले में गिरफ्तार तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के विधायक सांड्रा वेंकट वीरैया को मंगलवार को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। तेलंगाना के भ्रष्टाचार निवारक ब्यूरो (एबीसी) ने सोमवार को विधायक को गिरफ्तार किया था और उन्हें मंगलवार को अदालत में पेश किया।

दोनों पक्षों के तर्क सुनने के बाद न्यायाधीश ने वीरैया को 21 जुलाई तक न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। उन्हें चेरापल्ली जेल ले जाया गया। अदालत ने जेल प्रशासन को निर्देश दिया है कि उन्हें विशेष श्रेणी का दर्जा दिया जाए। एसीबी ने एक आवेदन दाखिल कर आगे की पूछताछ के लिए विधायक को पांच दिनों के लिए अपनी हिरासत मांगा, जबकि वीरैया के वकील ने उनकी जमानत की अर्जी दाखिल की। अदालत ने दोनों याचिकाओं पर सुनवाई बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी है। इससे पहले, एसीबी ने अदालत को बताया कि इस मामले में तेदेपा विधायक को पांचवें आरोपी के तौर पर शामिल किया गया है। क्योंकि उनकी मौजूदगी के ठोस साक्ष्य मौजूद हैं। अदालत में दायर आवेदन के मुताबिक, एसीबी ने कहा कि वीरैया ने अन्य आरोपियों से 32 बार फोन पर बात की थी।

अदालत को यह भी बताया गया कि वीरैया ने बीमारी का बहाना बनाकर पिछले महीने अस्पताल में भर्ती होकर पूछताछ से बचने की कोशिश की थी। विधायक के वकील ने यह कहकर एसीबी की याचिका का विरोध किया कि एसीबी ने उनके मुवक्किल को गिरफ्तार करने से पहले विधानसभा अध्यक्ष की मंजूरी नहीं ली थी। अदालत परिसर के बाहर संवाददाताओं से बातचीत में वीरैया ने कहा कि उन्हें तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) सरकार द्वारा की गई साजिश के तहत गिरफ्तार किया गया है। एसीबी ने बंजारा हिल्स स्थित अपने कार्यालय में दिनभर चली पूछताछ के बाद सोमवार शाम वीरैया को गिरफ्तार किया था।

इस मामले में गिरफ्तार होने वाले वीरैया तेदेपा के दूसरे विधायक है। एसीबी ने इसके पहले शनिवार को उन्हें नोटिस जारी कर छह जुलाई को अपराह्न पांच बजे से पहले पेश होने का निर्देश दिया था। एसीबी ने पूछताछ के लिए उन्हें पिछले महीने तलब किया था, लेकिन वह पेश नहीं हो पाए थे। इसके बाद उन्होंने अपनी अस्वस्थता का हवाला देते हुए एसीबी के समक्ष पेश होने के लिए 10 दिनों का समय मांगा था। वीरैया, तेलंगाना के खम्माम जिले के सत्तापल्ली विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। एसीबी ने नामित सदस्य एल्विस स्टीफन्सन को नरेंद्र रेड्डी के लिए वोट देने के लिए 50 लाख रुपये की पेशकश करने के आरोप में रेवंत रेड्डी को 31 मई को गिरफ्तार किया था। एसीबी ने स्टीफन्सन की शिकायत पर रेड्डी सहित उनके दो सहयोगियों को भी गिरफ्तार किया था।

उत्तर प्रदेश

महाकुंभ में हर आपात स्थिति से निपटने की तैयारी

Published

on

Loading

प्रयागराज | महाकुंभ 2025 के वृहद आयोजन को सफल बनाने के लिए प्रतिबद्ध योगी सरकार हर आपात स्थिति से निपटने की तैयारी कर रही है। दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम में परिंदा भी पर न मार सके, इसके लिहाज से स्वास्थ्य कर्मियों के साथ एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कई टीमें मिलकर काम कर रही हैं। महाकुंभ से पहले केमिकल, बायलॉजिकल, रेडिएशनल और न्यूक्लियर प्रॉब्लम से निपटने के लिए भी टीम को तैयार कर लिए जाने की योजना है। इसके लिए बाकायदा कर्मचारियों को हर आपदा से निपटने की विधिवत ट्रेनिंग दी जाएगी। यही नहीं योगी सरकार के निर्देश पर श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट के लिए भी प्रयागराज के अस्पतालों को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अपग्रेड करने में लगे हैं।

श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट की भी व्यवस्था

संयुक्त निदेशक (चिकित्सा स्वास्थ्य) प्रयागराज वीके मिश्रा ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर महाकुंभ के दौरान स्वास्थ्य विभाग सभी इंतजाम पुख्ता करने में जुटा है। इसके तहत कर्मचारियों को महाकुंभ में हर आपात स्थिति से निपटने की ट्रेनिंग दी जाएगी। महाकुंभ में देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं के मेडिकल टेस्ट के लिए टीबी सप्रू और स्वरूपरानी अस्पताल को तैयार किया जा रहा है। इसके अलावा एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम के साथ स्वास्थ्य कर्मियों के मिलकर काम करने की योजना बनाई गई है। सनातन धर्म के सबसे बड़े आयोजन के दौरान हर एक श्रद्धालु को केमिकल, बायलॉजिकल, रेडिएशनल और न्यूक्लियर संबंधी हर प्रॉब्लम से सुरक्षित रखने के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं।

अनुभवी चिकित्सकों की ही तैनाती

महाकुंभ के दौरान देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की देखरेख के लिए 291 एमबीबीएस व स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की तैनाती रहेगी। इसके अलावा 90 आयुर्वेदिक और यूनानी विशेषज्ञ भी इस अभियान में सहयोग के लिए मौजूद रहेंगे। साथ ही 182 स्टॉफ नर्स इन चिकित्सकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर जरूरतमंदों के स्वास्थ्य की देखभाल करेंगी। इस प्रक्रिया में ज्यादातर अनुभवी चिकित्सकों को ही महाकुंभ के दौरान तैनाती दी जा रही है।

Continue Reading

Trending