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प्रादेशिक

अकाली-भाजपा का गठबंधन बरकरार रहेगा : बादल

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prakash singh badal

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चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने रविवार को कहा कि राज्य स्तर पर नेताओं के बीच विवाद के बावजूद शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच गठबंधन बरकरार रहेगा। अकाली दल के मुख्य संरक्षक बादल ने इस बात से इंकार किया कि सत्ताधारी पार्टी अकाली दल और भाजपा के गठबंधन पर किसी तरह का खतरा है।

चंडीगढ़ प्रेस क्लब में ‘प्रेस से मिलिए’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बादल ने कहा, “भाजपा के साथ पूर्व में हमारा गठबंधन मजबूत था, मौजूदा समय में मजबूत है और आगे भी रहेगा।” वह कुछ भाजपा नेताओं द्वारा सार्वजनिक रूप से की जा रही शिकायतों पर पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे। ज्ञात हो कि बादल के मंत्रिमंडल के मंत्री स्वयं अकाली दल की सरकार के कामकाज के तरीके पर सवाल उठा रहे हैं।

शिरोमणि अकाली दल और भाजपा का गठबंधन 2007 से राज्य की सत्ता में है। मार्च 2012 में हुए विधानसभा चुनाव में भी पार्टी ने जीत दर्ज की थी। राज्य में तीन दशकों से भी अधिक समय से दोनों पार्टियां साथ हैं। उद्योग मंत्री मदन मोहन मित्तल और स्थानीय निकाय मंत्री अनिल जोशी समेत कुछ भाजपा नेताओं ने हाल के समय में अकाली नेतृत्व के साथ मतभेद व्यक्त किए थे। अन्य भाजपा नेताओं और पार्टी के विधायकों ने भी अकाली दल के खिलाफ बयानबाजी की। पंजाब की 117 सीटों वाली विधानसभा के लिए 2017 में चुनाव होने की संभावना है।

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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