प्रादेशिक
गोवा में समुद्र तट पर दिखा मगरमच्छ, पर्यटकों में हलचल
पणजी। गोवा के खूबसूरत मोर्जिम समुद्रतट पर मगरमच्छ की मौजूदगी वाली एक तस्वीर सोशल मीडिया में आने के बाद यह मुद्दा स्थानीय पर्यटन में चर्चा का विषय बन गया है। रूस के पर्यटकों के बीच मशहूर मोर्जिम तट पर एक मगरमच्छ की तस्वीर सोशल मीडिया में वायरल हो गई है। पणजी से 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह समुद्रतट गोवा के सर्वाधिक लोकप्रिय समुद्र तटों में से एक है। इसे बोलचाल में ‘लिटिल रशा’ (लघु रूस) कहा जाता है।
गोवा के आंतरिक इलाकों की दलदली नदियों में मगरमच्छों का दिखना आम है, लेकिन यहां के समुद्रतटों पर ये जीव विरले ही दिखते हैं। पर्यटन निदेशक अमेय अभयंकर ने कहा, “गोवा के समुद्रतट सुरक्षित हैं, क्योंकि वहां लगातार गश्त होती है। लाइफगार्ड भी किसी अप्रिय घटना की आशंका को देखते हुए सतर्क हैं।” एक पर्यटक अधिकारी ने मीडिया के एक विशेष वर्ग पर ‘मामले को तूल’ देने का आरोप लगाया।
सर्वाधिक पुराने पर्यटन समूहों में से एक ट्रेवल एंड ट्यूरिज्म एसोसिएशन ऑफ गोवा (टीटीएजी) के अध्यक्ष फ्रांसिस्को ब्रगैंजा ने कहा, “राष्ट्रीय मीडिया मामले को जरूरत से ज्यादा हवा देती जान पड़ रही है। उन्हें पर्यटकों में हौव्वा मचाने की कोशिश करने से पहले कहानी के दूसरे पहलू को भी सुनना चाहिए।” मोर्जिम स्थित पिरचे विलेज ईको रिजॉर्ट के मैनेजर कल्पेश फोंडकर ने कहा कि अक्टूबर में गोवा का पर्यटन सीजन शुरू होते ही सारा विवाद खत्म हो जाएगा।
उन्होंने कहा, “ऐसा तो नहीं है कि समुद्रतट पर एक गॉडजिला या डायनासोर था। यह एक मगरमच्छ था। गोवा की नदियों में हमेशा से मगरमच्छ रहे हैं। अक्टूबर शुरू होते ही यह मसला भुला दिया जाएगा।”
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जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई
नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।
बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।
बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।
ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।
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