बिजनेस
ग्रीस के बैंक 3 सप्ताह बाद खुले
एथेंस। ग्रीस के बैंक तीन सप्ताह तक बंद रहने के बाद सोमवार को खुल गए। यह जानकारी एक मीडिया रपट से मिली। समाचार पत्र गार्जियन की रपट के मुताबिक, एक व्यक्ति अब हर सप्ताह बैंक से एक बार में अधिकतम 420 यूरो (करीब 455 डॉलर) की निकासी कर पाएगा। ग्रीस की बैंकिंग व्यवस्था को चरमराने से बचाने के लिए 29 जून को बैंकों में अवकाश घोषित कर दिया गया था और उसके बाद बैंक के ग्राहकों के लिए प्रतिदिन अधिकतम 60 यूरो (66 डॉलर) की निकासी करने की ही अनुमति थी।
धन देश से बाहर भेजने पर लगी रोक तथा अन्य प्रकार की पाबंदी हालांकि अब भी जारी है। एथेंस के शेयर बाजार भी बंद हैं और अगली सूचना तक बंद रहेंगे। ग्रीस के बैंक एसोसिएशन के प्रमुख लौका कत्सेली ने कहा, “पूंजी नियंत्रण और निकासी की पाबंदी जारी रहेगी, लेकिन हम एक नए चरण में प्रवेश कर रहे हैं, जिसमें हमारा अनुमान है कि स्थिति सामान्य होती जाएगी।” सोमवार से खाद्य वस्तुओं और सार्वजनिक परिवहन पर मूल्यवर्धित कर (वैट) 23 फीसदी हो जाएगा, जो पहले 13 फीसदी था। यह उस बेलआउट शर्तो के मुताबिक होगा, जिसपर ग्रीस की यूरोजोन के साथ सहमति बनी है।
कर्जदाताओं ने 86 अरब यूरो (89 अरब डॉलर) कर्ज देने पर बात करने के लिए वैट बढ़ाने की शर्त रखी थी। बैंकों के खुलने से पहले अधिकारियों ने आम लोगों से अपील की है कि वे घरों में जमा की जा रही नकदी को बैंकों में जमा कर दें। कत्सेली ने रविवार को कहा, “बैंक जब फिर से खुल गए हैं और स्थिति सामान्य हो चली है, तब हम सबको अपनी अर्थव्यवस्था को सहारा देना चाहिए। यदि हम अपने धन को अपने घरों में नहीं रखकर बैंकों में जमा कर दें, तो इससे अर्थव्यवस्था की तरलता बढ़ेगी। घरों में वैसे भी धन सुरक्षित नहीं है।”
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जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई
नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।
बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।
बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।
ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।
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