नेशनल
कांग्रेस ललित मोदी पर चर्चा नहीं चाहती : केंद्र
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने मंगलवार को कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेताओं के पूर्व आईपीएल प्रमुख ललित मोदी से संबंधों के अपने आरोपों पर चर्चा की इच्छुक नहीं है, क्योंकि संसद के मानसून सत्र के पहले दिन इस मुद्दे पर राज्यसभा की कार्यवाही कई बार बाधित हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संसद सत्र के फलदायी रहने तथा इसके कई अच्छे फैसलों का गवाह बनने की उम्मीद जताने के बावजूद मंगलवार को कई बार कार्यवाही स्थगित हुई।
सत्र शुरू होने से पहले संवाददाताओं को संक्षिप्त संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि सोमवार को सर्वदलीय बैठक बेहद सकारात्मक माहौल में हुई। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार इस बात की लगातार कोशिश करती रही है कि देश की प्रगति के लिए सभी कदम साथ मिलकर उठाए जाएं। उन्होंने कहा, “पिछले सत्र में कुछ राजनीतिक पार्टियों ने आश्वासन दिया था कि प्राथमिकता के आधार पर कार्य पूरे किए जाएंगे। इसलिए मैं आशा करता हूं कि इस सत्र में अच्छे व ज्यादा से ज्यादा निर्णय लिए जाएंगे और संसद राष्ट्र की उम्मीदों और अपेक्षाओं के अनुरूप फलदायी चर्चा आयोजित कराने वाले एक माध्यम के रूप में काम करेगा।” प्रधानमंत्री ने कहा कि वे सभी सांसदों के समर्थन के लिए उनके आभारी हैं। उन्होंने कहा, “यह सत्र आज (मंगलवार) इस भरोसे के साथ शुरू हो रहा है कि सांसदों का महत्वपूर्ण योगदान आगे भी जारी रहेगा।”
भाजपा के दिवंगत सांसद दिलीप सिंह भूरिया को श्रद्धांजलि देने के बाद लोकसभा की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई, जबकि राज्यसभा की कार्यवाही भोजनावकाश तक तीन बार स्थगित हुई। राज्यसभा में ललित मोदी विवाद को उठाते हुए कांग्रेस सदस्य आनंद शर्मा ने कहा कि सरकार ने अपने कार्यो में पारदर्शिता का वादा किया था, लेकिन उस वादे को तोड़ दिया गया। पार्टी ने सदन के दिन भर के कार्यक्रम को रद्द कर चर्चा की मांग की। शर्मा ने कहा, “उनके (ललित मोदी) खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 14 मामले दर्ज किए हैं। सरकार बदलती है, कानून नहीं।” कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि ललित मोदी को अपनी पत्नी के कैंसर के इलाज के लिए जो यात्रा दस्तावेज जारी किए गए, उसका इस्तेमाल उन्होंने पर्यटन के लिए किया।
शर्मा की टिप्पणियों का जवाब देते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने विपक्ष को चर्चा शुरू करने के लिए कहा। जेटली ने कहा, “चर्चा शुरू कीजिए, (विदेश मंत्री) सुषमा स्वराज (जिन्होंने यात्रा दस्तावेज दिलवाने में मदद की थी) जवाब देंगी।” लेकिन, विपक्षी सदस्यों ने हंगामा जारी रखा, जिसके कारण कार्यवाही दोपहर तक के लिए स्थगित कर दी गई। दोपहर में जब कार्यवाही एक बार पुन: शुरू हुई, परिदृश्य में कोई बदलाव नहीं आया, जिसके कारण कार्यवाही 12.30 बजे तक स्थगित कर दी गई, जिसके बाद फिर 2.30 बजे तक। सुषमा स्वराज ने भी तत्काल चर्चा पर अपनी इच्छा से अवगत कराया। मंत्री ने एक ट्वीट में कहा, “मैं आज खुद चर्चा के लिए तैयार हूं। मैंने अरुण जेटली को राज्यसभा में इससे सबको अवगत कराने के लिए कहा।”
उन्होंने कहा, “अरुण जेटली ने इस बात से सबको अवगत करा दिया। हम विपक्ष के जवाब की प्रतीक्षा कर रहे हैं।” वहीं, संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू ने संवाददाताओं से कहा कि कांग्रेस सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि मंत्री द्वारा कोई अनैतिक काम नहीं किया गया। नायडू ने कहा, “कांग्रेस सरकार को बदनाम करने का प्रयास कर रही है। यही कारण है कि वह चर्चा के लिए तैयार नहीं हैं।” उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में स्वस्थ चर्चा का कोई विकल्प नहीं है।
दिन भर के लिए स्थगित होने से पहले लोकसभा ने दिवंगत पूर्व सदस्य शीला कौल, इस्माइल हुसैन, डेंजिल बी.अटकिंसन तथा शहराव देशमुख को श्रद्धांजलि अर्पित की। संसद का मानसून सत्र मंगलवार से शुरू हुआ, जो 13 अगस्त तक चलेगा।
नेशनल
पीएम मोदी पर लिखी किताब के प्रचार के लिए स्मृति ईरानी चार देशों की यात्रा पर
नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी एक नवीनतम पुस्तक ‘मोडायलॉग – कन्वर्सेशन्स फॉर ए विकसित भारत’ के प्रचार के लिए चार देशों की यात्रा पर रवाना हो गई हैं। यह दौरा 20 नवंबर को शुरू हुआ और इसका उद्देश्य ईरानी को मध्य पूर्व, ओमान और ब्रिटेन में रहने वाले भारतीय समुदाय के लोगों से जोड़ना है।
स्मृति ईरानी ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा कि,
एक बार फिर से आगे बढ़ते हुए, 4 देशों की रोमांचक पुस्तक यात्रा पर निकल पड़े हैं! 🇮🇳 जीवंत भारतीय प्रवासियों से जुड़ने, भारत की अपार संभावनाओं का जश्न मनाने और सार्थक बातचीत में शामिल होने के लिए उत्सुक हूँ। यह यात्रा सिर्फ़ एक किताब के बारे में नहीं है; यह कहानी कहने, विरासत और आकांक्षाओं के बारे में है जो हमें एकजुट करती हैं। बने रहिए क्योंकि मैं आप सभी के साथ इस अविश्वसनीय साहसिक यात्रा की झलकियाँ साझा करता हूँ
कुवैत, दुबई, ओमान और ब्रिटेन जाएंगी स्मृति ईरानी
डॉ. अश्विन फर्नांडिस द्वारा लिखित यह पुस्तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शासन दर्शन पर प्रकाश डालती है तथा विकसित भारत के लिए उनके दृष्टिकोण पर ध्यान केंद्रित करती है। कार्यक्रम के अनुसार ईरानी अपनी यात्रा के पहले चरण में कुवैत, दुबई, फिर ओमान और अंत में ब्रिटेन जाएंगी।
On the move again, embarking on an exciting 4 nation book tour! 🇮🇳Looking forward to connecting with the vibrant Indian diaspora, celebrating India’s immense potential, and engaging in meaningful conversations. This journey is not just about a book; it’s about storytelling,… pic.twitter.com/dovNotUtOf
— Smriti Z Irani (@smritiirani) November 20, 2024
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