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अन्तर्राष्ट्रीय

‘स्मार्ट कैप’ बताएगा दूध ताजा है या नहीं

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न्यूयॉर्क| जिस दूध का सेवन आप हर रोज कर रहे हैं, वह ताजा है या नहीं अब इसका पता लगाया जा सकता है। 3डी प्रिंटेड ‘स्मार्ट कैप’ नाम की एक नई खोज इसमें आपकी मदद करेगी। शोधकतरओ ने कहा कि दूध के कार्टन के लिए 3डी प्रिंटेड कैप में वायरलेस इलेक्ट्रॉनिक सेंसर लगा है। नई तकनीक विकास की दिशा में एक नया कदम है, जहां आप अपने स्मार्टफोन से खाने की गुणवत्ता को जांच सकते हैं।

खोज को नेचर प्रकाशन समूह की नई पत्रिका ‘माइक्रोसिस्टम्स एण्ड नैनो इंजीनियरिंग’ में प्रकाशित किया गया है। कैलिफोर्निया बर्कले विश्वविद्यालय के वरिष्ठ लेखक प्रोफेसर लिवई लिन का कहना है कि हमारी खोज के अनुसार 3डी प्रिन्टिंग का पहला प्रयोग बताता है कि यह बुनियादी विद्युत उपकरणों के साथ ही वायरलेस सेंसर के साथ भी काम करता है।

प्रोफेसर लिन कहते हैं कि आप कल्पना कर सकते हैं कि दुकान में रखे खाद्य पदार्थो की ताजगी की जांच आप अपने मोबाइल फोन से कर सकते हैं। खोज से जुड़ी हर बारीकी जानने के लिए शोधकतार्ओं ने दूध के प्लास्टिक कार्टन में इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को लगाया, जिससे दूध के खराब होने वाले संकेतों पर नजर रखा जा सके। एक सर्किट बनाने के लिए स्मार्ट कैप को एक संधारित्र तथा एक इंडक्टर से जोड़ दिया गया।

रिसर्च के दौरान कार्टन के संधारित्र के बीच में थोड़ा दूध रख कर कार्टन को कमरे के तापमान में 36 घंटे के लिए छोड़ दिया गया। इस प्रक्रिया में सर्किट इलेक्ट्रॉनिक सिग्नल्स में होने वाले बदलावों और बढ़ रहे बैक्टीरिया के स्तर का पता लगाया गया। वैज्ञानिक इस पूरे प्रयोग पर हर 12 घंटे से लेकर 36 घंटे तक एक वायरलेस रेडियो से दूध में होने वाले सभी परिवर्तनों पर अपनी नजर बनाए हुए थे।

दूध की गुणवत्ता जैसे-जैसे नीचे गिरी, उसमें हो रहे हर बदलाव को वायरलेस स्मार्ट कैप की सहायता से देखा गया। लिन ने कहा, “3डी प्रिंटिंग तकनीक से सस्ते इलेक्ट्रॉनिक सर्किट बना सकते हैं, जो उपभोक्ताओं को खाने की सुरक्षित चीजों के प्रति सचेत करेंगे।”

IANS News

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी पैसेंजर वैन पर आतंकी हमला, 50 की मौत

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इस्लामाबाद। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी एक पैसेंजर वैन पर हुए आतंकी हमले में 50 करीब लोगों की मौत हो गई। ये घटना खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कुर्रम जिले की है। पाकिस्तान की उत्तर-पश्चिमी सीमा पर लगे अफगानिस्तान के साथ पाराचिनार जिले में अक्सर हिंसा का अनुभव होता रहता है। इसके सुन्नी और शिया मुस्लिम समुदाय जमीन और सत्ता पर काबिज हैं।

इस क्षेत्र के शिया अल्पसंख्यक हैं, उन्हें 241 मिलियन की आबादी वाला मुख्य रूप से सुन्नी मुस्लिम राष्ट्र भी कहा जाता है। स्थानीय पुलिस अधिकारी अजमत अली का इस मामले में बयान सामने आया है, उन्होंने बताया कि कुछ गाड़ियां एक काफिले में पाराचिनार शहर से खैबर पख्तूनख्वा की राजधानी पेशावर की ओर जा रही थी।

इस दौरान बीच रास्ते में काफिले पर हमला हो गया। प्रांतीय मंत्री आफताब आलम ने कहा है कि अधिकारी हमले में शामिल लोगों का पता लगाने के लिए जांच कर रहे हैं। साथ ही गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने गोलीबारी को आतंकवादी हमला बताया। वहीं प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने हमले की निंदा की और कहा कि निर्दोष नागरिकों की हत्या के पीछे के लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।

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