बिजनेस
आपूर्ति बढ़ने से तेल की कीमतें घटीं
न्यूयॉर्क| तेल की वैश्विक आपूर्ति बढ़ने की वजह से तेल की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, इनर्जी इनफार्मेशन एडमिनिस्ट्रेशन (ईआईए) की साप्ताहिक रपट में कहा गया है कि अमेरिकी कच्चे तेल की आपूर्ति पिछले सप्ताह 25 लाख बैरल बढ़कर 46.389 करोड़ बैरल रही।
अमेरिका में ओकलाहोमा के कशिंग के भंडारगृह में तेल की आपूर्ति बढ़कर 813,000 बैरल रही।
इस बीच, कच्चे तेल का वैश्विक उत्पादन मजबूत बना रहा। पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) से कच्चे तेल का उत्पादन जून में तीन सालों के ऊपरी स्तर पर रहा।
कारोबारियों को चिंता है कि ईरान से अधिक मात्रा में कच्चे तेल की आपूर्ति से तेल बाजार में संकट खड़ा हो जाएगा। क्योंकि बाजार में पहले से ही अत्यधिक मात्रा में तेल की आपूर्ति है।
ईरान और विश्व की महाशक्तियों के बीच हुए परमाणु समझौते के बाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ईरान पर लगे प्रतिबंधों को हटाने की प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी में है।
न्यूयॉर्क मर्के टाइल एक्सचेंज में सितंबर के लिए तेल की कीमत 74 सेंट घटकर 48.45 डॉलर प्रति बैरल रही है, जबकि लंदन आईसीई फ्यूचर एक्सचेंज में ब्रेंट क्रूड की सितंबर आपूर्ति 73 सेंट घटकर 55.27 डॉलर प्रति बैरल रही है।
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जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई
नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।
बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।
बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।
ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।
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