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बिजनेस

सेंसेक्स, निफ्टी में आधा फीसदी तेजी

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मुंबई। देश के शेयर बाजारों में पिछले सप्ताह आधा फीसदी तेजी रही। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स पिछले सप्ताह 0.43 फीसदी या 121.83 अंकों की तेजी के साथ शुक्रवार को 28,236.39 पर बंद हुआ। इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 0.37 फीसदी या 31.75 अंकों की तेजी के साथ 8,564.60 पर बंद हुआ।

पिछले सप्ताह सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 16 में तेजी रही, जिनमें प्रमुख रहे टाटा स्टील (5.96 फीसदी), डॉ रेड्डीज लैब (4.75 फीसदी), हिंडाल्को (4.18 फीसदी), भारतीय स्टेट बैंक (4.07 फीसदी) और सन फार्मा (3.49 फीसदी)। सेंसेक्स के 14 शेयरों में गिरावट रही, जिनमें प्रमुख रहे कोल इंडिया (5.41 फीसदी), भेल (4.63 फीसदी), गेल (3.87 फीसदी), एचडीएफसी (3.02 फीसदी) और रिलायंस इंडस्ट्रीज (1.74 फीसदी)।

गत सप्ताह मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में दो फीसदी से अधिक तेजी रही। मिडकैप 2.52 फीसदी या 284.5 अंकों की तेजी के साथ 11,557.52 पर और स्मॉलकैप 2.31 फीसदी या 273.67 अंकों की तेजी के साथ 12,104.47 पर बंद हुआ। गुरुवार छह अगस्त को कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने शेयर बाजार में एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) के जरिए निवेश करना शुरू कर दिया है। ईपीएफओ के केंद्रीय बोर्ड के फैसले के मुताबिक फंड मौजूदा कारोबारी साल में अपने पास उपलब्ध कॉर्पस का सिर्फ पांच फीसदी निवेश करेगा। ईपीएफओ अभी एसबीआई निफ्टी ईटीएफ और एसबीआई सेंसेक्स ईटीएफ में ही निवेश करेगा।

भारतीय रिजर्व बैंक ने मंगलवार चार अगस्त को मौद्रिक नीति समीक्षा में रेपो दर को 7.25 फीसदी पर बरकरार रखा। रिजर्व बैंक ने कहा कि पहले की गई कटौती को पूरा लाभ वाणिज्यिक बैंकों द्वारा पहुंचाए जाने के बाद आगे और कटौती की जा सकेगी।

नेशनल

ऑनलाइन फूड ऑर्डरिंग ऐप को मनमानी करने पर 103 के बदले देने पड़ेंगे 35,453 रु, जानें क्या है पूरा मामला

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हैदराबाद। ऑनलाइन फूड ऑर्डरिंग ऐप स्विगी को ग्राहक के साथ मनमानी करना भारी पड़ गया। कंपनी की इस मनमानी पर एक कोर्ट ने स्विगी पर तगड़ा जुर्माना ठोक दिया। हैदराबाद के निवासी एम्माडी सुरेश बाबू की शिकायत पर उपभोक्ता आयोग ने बड़ा फैसला सुनाया है। बाबू ने आरोप लगाया था कि स्विगी ने उनके स्विगी वन मेंबरशिप के लाभों का उल्लंघन किया और डिलीवरी Food Delivery की दूरी को जानबूझकर बढ़ाकर उनसे अतिरिक्त शुल्क वसूला

क्या है पूरा मामला ?

सुरेश बाबू ने 1 नवंबर, 2023 को स्विगी से खाना ऑर्डर किया था। सुरेश के लोकेशन और रेस्टॉरेंट की दूरी 9.7 किमी थी, जिसे स्विगी ने बढ़ाकर 14 किमी कर दिया था। दूरी में बढ़ोतरी की वजह से सुरेश को स्विगी का मेंबरशिप होने के बावजूद 103 रुपये का डिलीवरी चार्ज देना पड़ा। सुरेश ने आयोग में शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि स्विगी वन मेंबरशिप के तहत कंपनी 10 किमी तक की रेंज में फ्री डिलीवरी करने का वादा किया था।कोर्ट ने बाबू द्वारा दिए गए गूगल मैप के स्क्रीनशॉट्स और बाकी सबूतों की समीक्षा की और पाया कि दूरी में काफी बढ़ोतरी की गई है।

कोर्ट ने स्विगी को अनुचित व्यापार व्यवहार का दोषी पाया और कंपनी को आदेश दिया कि वे सुरेश बाबू को 9 प्रतिशत ब्याज के साथ 350.48 रुपये के खाने का रिफंड, डिलीवरी के 103 रुपये, मानसिक परेशानी और असुविधा के लिए 5000 रुपये, मुकदमे की लागत के लिए 5000 रुपए समेत कुल 35,453 रुपये का भुगतान करे।

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