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बिजनेस

इटली इंटरनेट पर 12 अरब यूरो निवेश करेगा

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रोम| इटली के प्रधानमंत्री मत्तेयो रेनजी ने कहा है कि सरकार अल्ट्रा-स्पीड वाले इंटरनेट के लिए 20 वर्षो के दौरान 12 अरब यूरो निवेश करेगी। रेनजी ने शुक्रवार को अपनी मध्यममार्गी-वामपंथी डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडी) से कहा कि उनका उद्देश्य पूरे इटली में इंटरनेट की सुविधा बेहतर बनाने का है।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, इस निवेश में सात अरब यूरो सरकार की ओर से और पांच अरब यूरो निजी क्षेत्र से होगा। सरकार की ओर से किए जाने वाले निवेश में 1.2 अरब यूरो यूरोपीय क्षेत्रीय निधि से होगा।

उन्होंने कहा कि साल 2020 तक लक्ष्य है कि इटली के 85 प्रतिशत लोगों तक बुनियादी ब्रॉडबैंड सेवा सुलभ हो सके।

रेनजी ने कहा, “इस बिंदु पर फोन ऑपरेटरों को कुछ नहीं करना है, सिर्फ उन्हें इसमें शामिल भर होना है।”

उन्होंने सप्ताह के प्रारंभ में की गई घोषणा का भी जिक्र किया, जिसमें कहा गया था कि इटली की दूरसंचारा कंपनी ‘विंड’ का उसकी प्रतिस्पर्धी कंपनी 3इटैलिया के साथ 50-50 प्रतिशत साझेदारी वाले एक संयुक्त उपक्रम में विलय कर दिया जाएगा।

 

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18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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