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अन्तर्राष्ट्रीय

चीनी ड्रोन कंपनी का लैटिन अमेरिका में बढ़ता दबदबा

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साओ पाउलो। ब्राजील के साओ पाउलो में ड्रोन विक्रेता 26 वर्षीय लुईस नेटो ने अपने कारोबार को विस्तार देने के लिए चीन निर्मित ड्रोनों पर दांव लगाया है। साओ पाउलो में अक्टूबर में ‘ड्रोन शो लैटिन अमेरिका’ का आयोजन किया जा रहा है। यह क्षेत्र में मानवरहित विमानों की पहली प्रदर्शनी है, जिसके लिए नेटो ने प्रदर्शनी सभागार में नागरिक सेवाओं के लिए ड्रोन बनाने वाली चीन की शीर्ष कंपनी डीजे-इनोवेशंस (डीजेआई) द्वारा निर्मित अपने पसंदीदा ड्रोनों को दर्शाने के लिए ट्रायल क्षेत्र और सेंट्रल जोन में एक बड़ा बूथ किराये पर लिया है।

नेटो ने कहा, “मैं डीजेआई ड्रोनों को बढ़ावा दूंगा।

ब्राजील के ड्रोन उद्योग में नेटो ने अपनी पैठ डीजेआई के ड्रोनों की वजह से बनाई, जो आसमान से फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी के क्षेत्र में अग्रणी ड्रोन है। वैश्विक बाजार में इसकी हिस्सेदारी लगभग 70 प्रतिशत है।

नेटो ने दो साल पहले डीजेआई ड्रोन की मदद से साओ पाउलो के पौलिस्टा एवेन्यू में एक विरोध प्रदर्शन का वीडियो तैयार किया था, जिसका स्थानीय टेलीविजन चैनल पर प्रसारण भी किया गया था।

इस प्रसारण के बाद नेटो को एक सप्ताह में 1,000 से अधिक ईमेल प्राप्त हुए थे, जिसमें लोगों ने उनसे पूछा था कि यह ड्रोन कहां से खरीदा जा सकता है?

ड्रोन की बिक्री में व्यापार की बेहतर संभावना को देखते हुए नेटो ने डीजेआई ड्रोन बेचना शुरू कर दिया।

उत्तरी साओ पाउलो के कासा वर्डे जिला स्थित नेटो की दुकान में आज हर तरह के डीजेआई ड्रोन हैं। नेटो ने स्वयं भी एक डीजेआई ड्रोन मॉडल बनाया है, जो वास्तविक ड्रोन से चार गुना बड़ा है।

डीजेआई में जनसंपर्क निदेशक वांग फैन का कहना है कि ब्राजील, चिली, मेक्सिको, पैराग्वे और पेरू के सार्वजनिक संस्थानों से ड्रोन की मांग बढ़ रही है।

 

IANS News

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी पैसेंजर वैन पर आतंकी हमला, 50 की मौत

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इस्लामाबाद। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी एक पैसेंजर वैन पर हुए आतंकी हमले में 50 करीब लोगों की मौत हो गई। ये घटना खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कुर्रम जिले की है। पाकिस्तान की उत्तर-पश्चिमी सीमा पर लगे अफगानिस्तान के साथ पाराचिनार जिले में अक्सर हिंसा का अनुभव होता रहता है। इसके सुन्नी और शिया मुस्लिम समुदाय जमीन और सत्ता पर काबिज हैं।

इस क्षेत्र के शिया अल्पसंख्यक हैं, उन्हें 241 मिलियन की आबादी वाला मुख्य रूप से सुन्नी मुस्लिम राष्ट्र भी कहा जाता है। स्थानीय पुलिस अधिकारी अजमत अली का इस मामले में बयान सामने आया है, उन्होंने बताया कि कुछ गाड़ियां एक काफिले में पाराचिनार शहर से खैबर पख्तूनख्वा की राजधानी पेशावर की ओर जा रही थी।

इस दौरान बीच रास्ते में काफिले पर हमला हो गया। प्रांतीय मंत्री आफताब आलम ने कहा है कि अधिकारी हमले में शामिल लोगों का पता लगाने के लिए जांच कर रहे हैं। साथ ही गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने गोलीबारी को आतंकवादी हमला बताया। वहीं प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने हमले की निंदा की और कहा कि निर्दोष नागरिकों की हत्या के पीछे के लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।

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