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बिजनेस

अमेरिकी शेयर बाजारों में गिरावट

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न्यूयार्क| अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा पिछले महीने हुई मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक के ब्यौरे प्रकाशित होने के बाद ब्याज दर बढ़ाए जाने के समय के बारे में स्थिति स्पष्ट होने पर अमेरिकी शेयर बाजारों में बुधवार को गिरावट रही। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, डाऊ जोंस औद्योगिक औसत 0.93 फीसदी गिरावट के साथ 17,348.73 पर बंद हुआ। एसएंडपी 500 सूचकांक 0.83 फीसदी गिरावट के साथ 2,079.61 पर बंद हुआ। नैसडाक कंपोजिट इंडेक्स 0.80 फीसदी की गिरावट के साथ 5,019.05 पर बंद हुआ।

अगस्त महीने में फेड की कोई समीक्षा बैठक नहीं होने वाली है, इसलिए बाजार को गत महीने हुई बैठक के ब्यौरे का बेसब्री से इंतजार था।

ब्यौरे के मुताबिक फेड के अधिकतर अधिकारियों का मानना था कि दर बढ़ाने के लिए अनुकूल स्थिति पास आती जा रही है, लेकिन वे दर बढ़ाने के समय का स्पष्ट संकेत दे पाने में विफल रहे।

ब्यौरे के बाद बाजार इस ऊहापोह में पड़ गया कि दर सितंबर की बैठक में बढ़ाई जाएगी या नहीं। फेड अध्यक्ष जेनेट येलेन सहित कई अधिकारियों ने इसी वर्ष दर बढ़ाने के पक्ष में राय दी।

बाजार को उम्मीद है कि फेड इसी वर्ष सितंबर या उसके बाद के महीनों में दर बढ़ा सकता है।

बुधवार तेल मूल्य में भी गिरावट रही। सरकार ने बुधवार को जारी एक आंकड़े में कहा कि गत सप्ताह कच्चे तेल के भंडार में काफी वृद्धि दर्ज की गई है। इस वजह से मांग घटने की उम्मीद से तेल मूल्य में गिरावट रही।

तेल मूल्य में गिरावट से एसएंडपी 500 के ऊर्जा सेक्टर में बुधवार को 2.79 फीसदी गिरावट रही।

 

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जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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