Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

बाघ का आतंक, लखनऊ हरदोई व सीतापुर में हाई अलर्ट

Published

on

Loading

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी की सीमा से 15 किलोमीटर की दूरी पर बाघ के पंजों के निशान मिलने के बाद अवध वन प्रभाग ने माल-मलिहाबाद क्षेत्र सहित हरदोई व सीतापुर से लगी वन सीमाओं पर हाई अलर्ट घोषित कर दिया है। वही डीएफओ ने क्षेत्र के ग्रामीणों से अपील की है कि वन विभाग को गलत सूचनाएं देकर अफवाहें न फैलाएं।

डीफओ (अवध) एस.सी. यादव ने सभी वन क्षेत्राधिकारियों के साथ ही गश्ती दल को निर्देश दिया है कि कहीं पर भी बाघ से संबंधित सूचना मिलने पर सभी लोग तत्काल मौके पर पहुंचें। लखनऊ के साथ ही हरदोई व सीतापुर में भी वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी बाघ की लोकेशन जानने के लिए क्षेत्र में कांबिंग शुरू कर दी है।

हरदोई जनपद में अतरौली थाना अंतर्गत जगदीशपुर गांव में तीन दिन पहले हिंसक पशु के पदचिह्न् मिले थे। ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग की टीम ने पदचिह्नें की जांच के बाद घोषणा कर दी कि खेतों में मिले पद चिह्न् बाघ के हैं। बाघ की मौजूदगी की जानकारी मिलने से अतरौली क्षेत्र के साथ ही हरदोई सीमा से सटे गांवों में दहशत है। हरदोई का जगदीशपुर गांव लखनऊ जनपद की सीमा से मात्र 15 किमी दूर है। इसलिए इस बात की प्रबल आशंका है कि गोमती का किनारा पकड़कर बाघ लखनऊ या सीतापुर जिले में कभी भी प्रवेश कर सकता है।
नौ तारीख को पदचिह्न् मिलने के बाद से वनराज गायब हो गए हैं। हरदोई की डीएफओ रेनू सिंह बताती हैं कि बाघ की लोकेशन का पता करने के लिए लगातार कांबिंग की जा रही है।

सीमा पर बाघ की मौजूदगी को देखते हुए डीएफओ (लखनऊ) एस.सी. यादव ने मालिहाबाद, काकोरी व बीकेटी के वन क्षेत्राधिकारियों सहित सभी कर्मचारियों को निर्देश दिया है कि वे लगातार क्षेत्र में गश्त करें। क्षेत्र में कहीं भी बाघ की मौजूदगी की सूचना मिलने पर रेंजर सहित पूरी टीम तत्काल मौके पर पहुंचकर सूचना की जांच करे। डीएफओ ने क्षेत्र के ग्रामीणों से अपील की है कि वन विभाग को गलत सूचनाएं देकर अफवाहें न फैलाएं, क्योंकि अफवाहों से बाघ की सटीक सूचना मिलने में व्यवधान पहुंचता है।

Continue Reading

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

Published

on

Loading

नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

Continue Reading

Trending