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प्रादेशिक

सीबीआई ही ईमानदार का नजरिया ठीक नहीं : जयललिता

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चेन्नई। तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे. जयललिता ने मंगलवार को कहा कि यह सोच कि प्रमुख जांच एजेंसी केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की ओर से की गई जांच ही निष्पक्ष एवं सही होगी, सही नहीं है। जयललिता ने उप-पुलिस अधीक्षक (डीएसपी) आर. विष्णुप्रिया की आत्महत्या मामले की सीबीआई जांच की विपक्ष की मांग पर विधानसभा में कहा, “यह नजरिया कि सीबीआई जांच ही खरी होगी, सही नहीं है।”

उन्होंने कहा कि एक मामले में सीबीआई के सेवानिवृत्त निदेशक के खिलाफ भी शिकायत दर्ज की गई है और इस मामले की जांच स्वयं सर्वोच्च न्यायालय कर रहा है। जयललिता ने कहा कि सीबीआई ने सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद ही तमिलनाडु के नेताओं की संलिप्तता वाले कुछ मामलों की जांच अपने हाथ में ली है। मुख्यमंत्री ने सीबीआई की ओर से जांच किए जाने वाले कई मामलों के लंबित होने और राज्य पुलिस की अपराध शाखा-अपराध जांच विभाग (सीबीसीआईडी) द्वारा सफलतापूर्वक जांचे गए मामलों को सूचीबद्ध भी किया।

जयललिता ने कहा कि यह एक व्यक्ति की अपनी राय हो सकती है कि सीबीआई जांच सही होगी, पर जरूरी नहीं है कि यह सच ही हो। डीएसपी विष्णुप्रिया का शव 18 सितम्बर को उनके आवास में मिला था, जहां उनका कार्यालय भी था। पुलिस को एक सुसाइट नोट भी बरामद हुआ था, जिसमें उन्होंने लिखा था कि वह तनाव में होने की वजह से जानलेवा कदम उठा रही हैं। राज्य सरकार ने अपराध शाखा-अपराध जांच विभाग को मामले की जांच के आदेश दिए हैं, जबकि विपक्ष मामले को सीबीआई को स्थानांतरित करने की मांग कर रहा है।

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जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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