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हज दुर्घटना : भारतीय स्वयंसेवकों ने बढ़ाए मदद के हाथ

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नई दिल्ली/संयुक्त राष्ट्र। सऊदी अरब के मक्का शहर में गुरुवार को मीना के पास हज के दौरान मची भगदड़ में बड़ी संख्या में लोगों की मौत के बाद प्रशासन की मदद के लिए भारतीय स्वयंसेवक मक्का पहुंच गए हैं। इस हादसे में 700 से अधिक लोगों की मौत हो गई है, जिसमें 14 भारतीय भी शामिल हैं। शवों की पहचान अभी की जा रही है। दूसरी ओर संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने हज के दौरान मची भगदड़ में 700 से अधिक लोगों की मौत पर शोक व्यक्त किया है।

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर बताया, “भारतीय स्वयंसेवक बड़ी संख्या में मक्का पहुंच गए हैं और स्थानीय प्रशासन की मदद कर रहे हैं।” सुषमा ने ही ट्विटर पर बताया कि भगदड़ में 14 भारतीयों की मौत हुई है। उन्होंने लिखा, “जेद्दा में हमारे महावाणिज्यदूत ने जानकारी दी कि भगदड़ में 14 भारतीयों की मौत हुई है और 13 घायल हुए हैं, जिनका अस्पताल में उपचार चल रहा है।”

यह घटना ईद अल-अदहा (बकरीद) के एक दिन पहले हुई, जिमसें 800 से अधिक लोग घायल हो गए। सुषमा ने लिखा, “सऊदी अरब में हमारे दूतावास के अधिकारियों ने बताया कि शवों की पहचान की प्रक्रिया अभी जारी है। यह प्रक्रिया कम से कम 24 घंटे तक चलेगी। इसके बाद सऊदी प्रशासन मृतकों की पहचान और तस्वीरें जारी करेगा।” उन्होंने कहा कि दो भारतीय अधिकारी भी भारतीय तीर्थयात्रियों की मदद के लिए मक्का पहुंच गए हैं।

मरने वाले भारतीय नागरिकों में एक की पहचान हैदराबाद निवासी बीबी जान और एक घायल की पहचान लक्षद्वीप के एक अज्ञात शख्स के रूप में की गई है। पिछले 25 सालों में हज यात्रा के दौरान यह सबसे भयानक हादसा है। गुरुवार को हुए इस हादसे में अब तक 717 लोगों की मौत की पुष्टि की जा चुकी है।

इस बीच संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने हज के दौरान मची भगदड़ में 700 से अधिक लोगों की मौत पर शोक व्यक्त किया है। मून के प्रवक्ता की ओर से जारी बयान में कहा गया है, “ईद अल-अदहा के एक दिन पहले हुई यह घटना दुखद है।” महासचिव ने पीड़ितों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की और संबंधित सरकारों की ओर से सहानुभूति जताई।

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हिंदू राष्ट्र बनाना है तो हर भेद को मिटाकर हर सनातनी को गले से लगाना होगा -“पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री”

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राजस्थान। राजस्थान के भीलवाड़ा में बुधवार (6 नवंबर) से पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की पांच दिवसीय हनुमंत कथा शुरू हुई. यहां बागेश्वर सरकार अपने मुखारविंद से भक्तों को धर्म और आध्यात्मिकता का संदेश देंगे. छोटी हरणी हनुमान टेकरी स्थित काठिया बाबा आश्रम के महंत बनवारीशरण काठियाबाबा के सानिध्य में तेरापंथनगर के पास कुमुद विहार विस्तार में आरसीएम ग्राउंड में यह कथा हो रही है.

इस दौरान बागेश्वर धाम सरकार ने भी मेवाड़ की पावन माटी को प्रणाम करते हुए सबका अभिवादन स्वीकार किया. हनुमंत कथा कहते हुए बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री महाराज ने हिंदू एकता और सनातन जागृति का संदेश दिया.

उन्होंने कहा, “हनुमानजी महाराज की तरह भेदभाव रहित होकर सबको श्रीरामजी से जोड़ने के कार्य से प्रेरणा लेते हुए सनातन संस्कृति से छुआछूत जातपात के भेदभाव को मिटाना है. अगर हिंदू राष्ट्र बनाना है तो हर भेद को मिटाकर हर सनातनी को गले से लगाना होगा. व्यास पीठ पर आरती करने का हक सभी को है. इसी के तहत भीलवाड़ा शहर के स्वच्छताकर्मी गुरुवार को व्यास पीठ की आरती करेंगे.”

हिंदू सोया हुआ है

बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि वर्तमान समय में हिंदू की बुरी दशा है। कुंभकर्ण के बाद कोई सोया है तो वह हिंदू सोया है। अब हिंदुओं को जागना होगा और घर से बाहर निकलना होगा। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि हमारे तन में जब तक प्राण रहेंगे तब तक हम हिंदुओं के लिए बोलेंगे, हिंदुओं के लिए लड़ेंगे। अब हमने विचार कर लिया है कि मंच से हिंदू राष्ट्र नहीं बनेगा। उन्होंने कहा कि हमें ना तो नेता बनना है ना किसी पार्टी को वोट दिलाना है। हम बजरंगबली की पार्टी में है, जिसका नारा भी है- जो राम का नहीं वह किसी काम का नहीं।

 

 

 

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