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प्रादेशिक

लालू से ‘जंगलराज’, कांग्रेस से ‘भ्रष्टाचार’ आएगा : शाह

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पूर्णिया| भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष अमित शाह ने यहां शनिवार को कहा कि बिहार में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद के आने से जहां ‘जंगलराज’ आएगा, वहीं कांग्रेस के आने से भ्रष्टाचार आएगा। शाह ने कहा कि बिहार में विकास लालू-नीतीश की जोड़ी नहीं ला सकती है। इन्होंने बिहार को जात-पात की राजनीति में बांट दिया है।

पूर्णिया के इंदिरा गांधी स्टेडियम में एक रैली को संबोधित करते हुए शाह ने कहा, “बिहार में बिजली, सड़क और शिक्षा के क्षेत्र में विकास नहीं हुआ है। लालू के शासनकाल को जंगलराज कहा जाता है। आज वहीं लालू, नीतीश के कंधे पर सवार होकर आ रहे हैं। अगर ये आ जाएंगे तो बिहार में जंगलराज-दो आएगा।”

नीतीश ने कहा था कि बिहार को किसी की मदद की जरूरत नहीं है। उनके बयान पर शाह ने तंज कसते हुए कहा कि केन्द्र सरकार ने बिहार के विकास के लिए पैकेज दिया, परंतु अहंकार में नीतीश कहते हैं कि बिहार को पैकेज की जरूरत नहीं है।

उन्होंने कहा, “बिहार की सरकार जितना तीन साल में खर्च करेगी, उतना एक ही बार में मोदी जी ने बिहार को दे दिया। लालू, नीतीश कांग्रेस जवाब दें कि 10 वर्ष तक दिल्ली में सोनिया-मनमोहन की सरकार थी, कितना पैसा दिया। वह सरकार बिहार को प्रत्येक वर्ष मात्र 10 हजार करोड़ रुपये देती थी।”

उन्होंने कहा, “बिहार के पास अकूत संपदा है। देश के विकास में बिहारी युवा का पसीना लगा है। बिहारियों ने देश को समृद्घ बना दिया है, लेकिन सरकारों के कारण बिहार समृद्घ नहीं हुआ।”

उन्होंने कहा कि सीमांचल के युवा को अब गुजरात नहीं जाना होगा, यहीं कारखाना लगेगा और रोजगार मिलेगा।

बिहार में सीमांचल को सबसे पिछड़ा बताते हुए उन्होंने कहा कि बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार बननी तय है, परंतु भाजपा की सोच है कि सीमांचल से भी सत्ता में भागीदारी हो।

शाह ने कहा कि लालू रोज-रोज इस चुनाव को जाति का स्वरूप देना चाहते हैं, परंतु भाजपा यह चुनाव विकास के मुद्दे पर लड़ रही है।

 

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जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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