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मोदी, मर्केल बेंगलुरू में प्रौद्योगिकी पर करेंगे वार्ता

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बेंगलुरू| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जर्मन चांसलर एंगेला मर्केल यहां मंगलवार को मेक इन इंडिया और डिजिटल भारत कार्यक्रमों के लिए विनिर्माण और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) क्षेत्रों में प्रौद्योगिकी और नवाचार की भूमिका पर वार्ता करेंगे। मर्केल भारत के तीन दिवसीय दौरे पर रविवार रात यहां पहुंची हैं। वह सोमवार रात बेंगलुरू पहुंचेंगी। दोनों नेता यहां जर्मनी की वाहन कंपनी बोश के परिसर में भी जाएंगे।

बोश इंडिया के एक अधिकारी ने  कहा, “मोदी और मर्केल को हमारी प्रमुख नवाचार परियोजनाओं और कौशल विकास की प्रतिबद्धता की जानकारी दी जाएगी, जो भारत को दुनिया का विनिर्माण हब और बैक ऑफिस हब बनने में मदद करेंगे।”

कंपनी की विभिन्न प्रस्तुतियों को देखने के बाद दोनों नेता कंपनी के परिसर को देखेंगे और अधिकारियों से बात करेंगे।

जर्मनी के महावाणिज्यदूत जॉर्न रोड ने कहा, “बेंगलुरू में आप देख सकते हैं कि बोश, सीमेंस, सैप, बीएएसएफ और मर्सिडीज बेंज जैसी जर्मन कंपनियां किस प्रकार से देश में उत्पादों और समाधानों का निर्माण और नवाचार करती हैं।”

जर्मनी के राष्ट्रपति जोचिम गॉक भी एक साल पहले यहां आए थे। बेंगलुरू में करीब 200 जर्मन कंपनियां विभिन्न क्षेत्रों में काम करती हैं।

मोदी और मर्केल यहां एक होटल में सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी) से संबंधित एक कार्यक्रम तथा भोज में भी शिरकत करेंगे, जहां वे आईटी उद्योग के नामचीन लोग जैसे इंफोसिस सह-संस्थापक एनआर नारायण मूर्ति, विप्रो के प्रमुख अजीम प्रेमजी और जर्मन सॉफ्टवेयर कंपनी सैप इंडिया के वरिष्ठ अधिकारी से मिलेंगे।

नेशनल एसोसिएशन ऑफ सॉफ्टवेयर एंड सर्विसेज कंपनीज (नैसकॉम) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आईएएनएस से कहा, “इस अवसर पर जर्मनी से आया एक विशाल प्रतिनिधिमंडल यहां मौजूद रहेगा, जिसमें मंत्री और कारोबारी प्रमुख भी होंगे। वे घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों के लिए हमारे आईसीटी उत्पादों और सेवाओं को गति देने के लिए उद्यमिता और स्टार्टअप पर आपसी विचारों का आदान-प्रदान करेंगे।”

आईसीटी सम्मेलन और भोज का आयोजन नैसकॉम और जर्मन फ्रॉनहोफर इंस्टीट्यूट मिल कर करेंगे, जिसमें 27 सितंबर को अमेरिका के कैलीफोर्निया के सैन होजे स्थित सिलिकॉन वैली में एक स्टॉर्टअप सम्मेलन में मोदी की सहभागिता की समीक्षा और बाद की योजनाओं पर चर्चा होगी।

जर्मनी के राजदूत मार्टिन ने के मुताबिक, दोनों नेता यहां दोनों देशों के संबंधों पर प्रमुखता से चर्चा करेंगे।

दोनों नेता 26 सितंबर को न्यूयार्क में जी-4 समूह (भारत, ब्राजील, जर्मनी और जापान) की उच्चस्तरीय बैठक में भी मिल चुके हैं। चारों देश संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता के प्रबल दावेदार हैं।

 

नेशनल

सपा सांसद इकरा हसन ने यति नरसिंहानंद के खिलाफ की कार्रवाई की मांग, बोलीं- ये नाकाबिले बर्दाश्त

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सहारनपुर। उत्तर प्रदेश के कैराना लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी की सांसद इकरा हसन ने यति नरसिंहानंद के बयान पर उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। सपा सांसद इकरा हसन ने कहा- “यति नरसिंहानंद जैसे ढोंगी, पाखंडी लोगों ने एक बार फिर अपनी गंदी जुबान से नफरत का जहर उगला है और हमारे प्यारे नबी की शान में गुस्ताखी की है। जो हम सबके लिए नाकाबिले बर्दाश्त है। प्यारे नबी जो पूरी दुनिया के लिए रहमत और शांति का पैगाम लेकर आए थे, उनकी शान में यह अपनी गंदी जुबान से अपमान कर रहा है। जो हर अमन पसंद हिन्दुस्तानी चाहे वो हिंदू हो या मुसलमान, सब के लिए नाकाबिले बर्दाश्त है।

दरअसल, यति नरसिंहानंद ने पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी की थी, इसके बाद से बवाल बढ़ता जा रहा है। गाजियाबाद के अलावा मेरठ, बुलंदशहर समेत कई अन्य शहरों में भी प्रदर्शन और विरोध होता रहा। कई जगहों पर पुलिस को हल्का बल प्रयोग भी करना पड़ा। इस मसले को लेकर राजनीतिक टीका-टिप्पणी और बयानबाजी भी जारी है।

बता दें कि डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद के हालिया विवादित बयान ने तनाव का माहौल पैदा कर दिया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए मंदिर की सुरक्षा में बड़ी संख्‍या में पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है। नरसिंहानंद के भड़काऊ बयान के बाद शुक्रवार रात से लोग डासना देवी मंदिर के बाहर इकट्ठा होने लगे थे। स्थिति को देखते हुए पुलिस ने मंदिर के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी। मंदिर के एंट्री गेट पर बैरिकेड लगाए गए हैं। मंदिर के बाहर गाजियाबाद पुलिस की 4-5 पीसीआर वैन खड़ी हैं।

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