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बिजनेस

वैश्विक विकास दर 3.1 फीसदी रहने का अनुमान : आईएमएफ

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लीमा। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने 2015 में वैश्विक विकास दर 3.1 फीसदी रहने का अनुमान जताया है, जो गत वर्ष 3.4 फीसदी थी। आईएमएफ ने पेरू की राजधानी लीमा में जारी एक ताजा रपट में यह अनुमान जारी किया है।

आईएमएफ के आर्थिक सलाहकार मौरिस ऑब्स्टफील्ड के मुताबिक, 2016 में हालांकि वैश्विक विकास दर 3.6 फीसदी रहने का अनुमान है। आईएमएफ के जुलाई में जारी अनुमान से ताजा अनुमान 0.2 फीसदी कम है। ऑब्स्टफील्ड ने यह भी कहा कि विकास दर कम रहने का जोखिम बना हुआ है और यह दर और भी कम रह सकती है।

मंगलवार को लीमा में विश्व बैंक-आईएमएफ की सालाना बैठक के दौरान प्रथम संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि चीन में आर्थिक सुधार, कमोडिटी मूल्यों में गिरावट और अमेरिकी मौद्रिक नीति के सामान्यीकरण की दिशा में बढ़ना वैश्विक अर्थव्यवस्था को प्रभावित करने वाले तीन प्रमुख कारक हैं। उन्होंने कहा, “इन घटनाक्रमों से वैश्विक विकास दर में अनिश्चितता बनी रह सकती है और विकास दर कम रहने का जोखिम जुलाई की अपेक्षा अधिक प्रतीत होता है।”

अक्टूबर 2015 के लिए जारी आईएमएफ के विश्व आर्थिक परिदृश्य के बाद ऑब्स्टफील्ड ने कहा कि अमेरिका और ब्रिटेन में जहां विकास दर बेहतर रहेगी, वहीं अन्य क्षेत्रों में अनिश्चितता बनी हुई है। हाल के वर्षों में जहां ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण एशिया) जैसे देशों में तेजी देखी गई, वहीं ऑब्स्टफील्ड ने बुनियादी कमजोरी की ओर इशारा किया, जिसकी वजह से ब्राजील और रूस मंदी में फंस गए हैं।

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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