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अन्तर्राष्ट्रीय

चीन में झील का स्तर बढ़ने से वन्यजीवों को खतरा

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बीजिंग। चीन के किंघाई-तिब्बत पठार पर स्थित ‘हो शिल’ झील के जलस्तर में जलवायु परिवर्तन की वजह से पिछले कुछ साल में खूब वृद्धि हुई और इसका आकार बढ़कर तिगुना हो गया है। झील के जलस्तर में यह वृद्धि आसपास के वन्यजीवों और स्थानीय बुनियादी ढांचों के लिए खतरा पैदा कर रही है। किंघाई इंस्टीट्यूट ऑफ मीटीरियोलॉजिकल साइंस के मुताबिक, 2011 में ‘हो शिल’ झील की सतह 45.89 वर्ग किलोमीटर में फैली थी, जो अब बढ़कर 150.41 वर्ग किलोमीटर हो गई है।

यह झील होह शिल नेशनल नेचर रिजर्व में स्थित है, जो तिब्बती हिरण और जंगली याक सहित कई लुप्तप्राय प्रजातियों का घर है।

इस रिजर्व के प्रबंधन ब्यूरो के वांग हेलिन ने कहा, “इस झील का स्तर बढ़ने से आसपास की भूमि का अपरदन होगा और आसपास की संचार एवं परिवहन सुविधाएं भी नष्ट हो सकती हैं।”

उन्होंने कहा कि हालांकि अभी तक हिरणों और पक्षियों के आश्रयस्थलों के नष्ट होने के कोई संकेत नहीं मिले हैं, फिर भी जोखिम बढ़ रहा है।

विश्व के सबसे बड़े किंघाई-तिब्बत रेल के ट्रैक और झील के बीच का अंतर 12 किलोमीटर से घटकर अब नौ किलोमीटर का रह गया है, जिसके कारण इस ट्रैक को भी खतरा है।

विशेषज्ञों का कहना है कि ग्लोबल वार्मिग की वजह से ग्लेशियरों के पिघलने और अधिक बारिश के होने से झील का स्तर बढ़ा है।

स्थानीय प्रशासन झील के विस्तार पर करीब से नजर रखे हुए है और प्रशासन की इससे निपटने के लिए बांधों के निर्माण और जल प्रवाह का रुख मोड़ने की योजना है।

 

IANS News

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी पैसेंजर वैन पर आतंकी हमला, 50 की मौत

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इस्लामाबाद। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी एक पैसेंजर वैन पर हुए आतंकी हमले में 50 करीब लोगों की मौत हो गई। ये घटना खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कुर्रम जिले की है। पाकिस्तान की उत्तर-पश्चिमी सीमा पर लगे अफगानिस्तान के साथ पाराचिनार जिले में अक्सर हिंसा का अनुभव होता रहता है। इसके सुन्नी और शिया मुस्लिम समुदाय जमीन और सत्ता पर काबिज हैं।

इस क्षेत्र के शिया अल्पसंख्यक हैं, उन्हें 241 मिलियन की आबादी वाला मुख्य रूप से सुन्नी मुस्लिम राष्ट्र भी कहा जाता है। स्थानीय पुलिस अधिकारी अजमत अली का इस मामले में बयान सामने आया है, उन्होंने बताया कि कुछ गाड़ियां एक काफिले में पाराचिनार शहर से खैबर पख्तूनख्वा की राजधानी पेशावर की ओर जा रही थी।

इस दौरान बीच रास्ते में काफिले पर हमला हो गया। प्रांतीय मंत्री आफताब आलम ने कहा है कि अधिकारी हमले में शामिल लोगों का पता लगाने के लिए जांच कर रहे हैं। साथ ही गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने गोलीबारी को आतंकवादी हमला बताया। वहीं प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने हमले की निंदा की और कहा कि निर्दोष नागरिकों की हत्या के पीछे के लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।

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