Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

परोक्ष धूम्रपान से चीन में हर साल एक लाख मौतें : डब्ल्यूएचओ

Published

on

Loading

बीजिंग। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने सोमवार को जारी एक रिपोर्ट में चीन से राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कानून को प्रभावी तरीके से लागू करने के लिए कहा। डब्ल्यूएचओ की इस रिपोर्ट के अनुसार, चीन में हर साल परोक्ष धूम्रपान के कारण एक लाख मौतें होती हैं।

विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ), अंतर्राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण (आईटीसी) नीति मूल्यांकन परियोजना और चीनी रोग नियंत्रण एवं बचाव केंद्र (सीसीडीसीपी) और डब्ल्यूएचओ द्वारा संयुक्त रूप से जारी किए गए इस रिपोर्ट के अनुसार, चीन में तंबाकू जनित बिमारियों के कारण हर साल एक लाख लोगों की मौत हो जाती है और यदि इस पर नियंत्रण नहीं पाया गया तो 2050 तक यह संख्या तीन लाख तक पहुंच सकती है।

चीन में परोक्ष धूम्रपान की जद में आकर बिमार होने वाले लोगों की संख्या भी काफी अधिक है। चीन में सप्ताह विशेष के किसी एक दिन ही कम से कम 74 करोड़ लोग परोक्ष धूम्रपान की जद में आते हैं, जिसमें 18.2 करोड़ बच्चे शामिल हैं। आईटीसी परियोजना के प्रधान जांचकर्ता ज्योफ्री टी. फोंग के अनुसार, “दुर्भाग्य से चीन परोक्ष धूम्रपान के मामले में दुनिया में सबसे ऊपर है। हम जिन देशों में काम कर रहे हैं उनमें चीन में कार्यस्थल और घर पर सर्वाधिक धूम्रपान किया जाता है। इसके अलावा रेस्तरां और बार में भी यहां सर्वाधिक धूम्रपान होता है।”

चीन में एक तंबाकू नियंत्रण कानून लागू किए जाने की जरूरत पर बल देते हुए फोंग ने कहा कि जब धूम्रपान पर प्रतिबंध के कानून को व्यापक और प्रभावी तरीके से लागू किया जाएगा तब कहीं जाकर घरों के अंदर होने वाला धूम्रपान समाप्त हो पाएगा। चीन में डब्ल्यूएचओ के प्रतिनिधि बर्नहार्ड श्वार्टलैंडर ने कहा कि यह रिपोर्ट दर्शाता है कि चीन में तुरंत एक राष्ट्रीय धूम्रपान नियंत्रण कानून लागू किए जाने की बेहद जरूरत है।

रिपोर्ट में राजधानी बीजिंग द्वारा अपनाए गए कठोर धूम्रपान मुक्त कानून के लिए उसकी सराहना भी की गई है। बीजिंग में लागू इस कानून के तहत इनडोर धूम्रपान पर पूरी तरह प्रतिबंध है। रिपोर्ट में कहा गया है कि यह कानून अन्य शहरों के सामने एक उत्कृष्ट मिसाल पेश करता है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि चीन में सख्त धूम्रपान मुक्त कानून को चीनी लोगों का भरपूर समर्थन है, यहां तक कि धूम्रपान करने वाले चीनी नागरिक भी इस तरह का कानून चाहते हैं। इसमें कहा गया है कि अन्य देशों के उदाहरण देखें तो एक बार कानून लागू कर दिए जाने के बाद इसे लोगों का और अधिक समर्थन मिलने लगेगा।

उल्लेखनीय है कि चीन दुनिया में तंबाकू उत्पादन एवं सेवन में अग्रणी है। चीन में धूम्रपान करने वाली आबादी 35 करोड़ है, हालांकि बहुत कम नगरों में धूम्रपान नियंत्रण से संबंधित कानून लागू किए गए हैं और राष्ट्रीय स्तर पर इस तरह का कोई कानून नहीं है।

अन्तर्राष्ट्रीय

टस्केगी विश्वविद्यालय में जमकर चली गोली, 1 की मौत 16 घायल

Published

on

Loading

नई दिल्ली। जहां रविवार को टस्केगी विश्वविद्यालय में जमकर गोलीबारी हुई। इस गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई वहीं अफरातफरी में 16 अन्य घायल हो गए। जानकारी के अनुसार गोलीबारी का शिकार मृतक 18 साल का युवक विश्वविद्यालय का छात्र नहीं था लेकिन हादसे में घायल हुए कुछ लोग विश्वविद्यालय के छात्र है।

18 साल के युवक की मौत

वहीं, शूटर को गिरफ्तार कर लिया गया है। अलबामा कानून प्रवर्तन एजेंसी ने कहा कि मोंटगोमरी के 25 वर्षीय जैक्वेज मायरिक को परिसर में गोलीबारी के दृश्य से बाहर निकलते समय हिरासत में लिया गया था और उसके पास से मशीन गन के साथ एक हैंडगन भी बरामद किया गया है। एजेंसी ने अपने एक बयान में बताया कि मायरिक पर मशीन गन रखने का संघीय आरोप है। अधिकारियों ने बताया कि मरने वाला 18 साल का युवक यूनिवर्सिटी का छात्र नहीं था, लेकिन घायलों में से कुछ छात्र थे।

टस्केगी यूनिवर्सिटी ने ऐलान किया कि आज कक्षाएं रद्द कर दी गई हैं। यूनिवर्सिटी ने एक बयान में कहा, पीड़िता के माता-पिता को सूचित कर दिया गया है। कई घायलों का इलाज ओपेलिका के ईस्ट अलबामा मेडिकल सेंटर और मोंटगोमरी के बैपटिस्ट साउथ हॉस्पिटल में किया जा रहा है। मैकॉन काउंटी के कोरोनर हैल बेंटले ने रविवार को एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि मोंटगोमरी में राज्य के फोरेंसिक सेंटर में 18 वर्षीय युवक के शव परीक्षण की योजना बनाई गई थी।

Continue Reading

Trending