Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

नीतीश ने पैदा की दाल की किल्लत : सुशील मोदी

Published

on

Loading

पटना| नवंबर, 2005 से जून, 2013 तक नीतीश कुमार के साथ बिहार के उप मुख्यमंत्री रहे सुशील कुमार मोदी ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जानबूझ कर बिहार में दाल की किल्लत पैदा कर इसे चुनावी मुद्दा बनाने और केंद्र सरकार को बदनाम करने की साजिश कर रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता मोदी ने गुरुवार को कहा कि पिछले तीन दिन के अंदर 10 राज्यों में 3,290 स्थानों पर छापामार कर 36 हजार मीट्रिक टन से ज्यादा दाल जब्त किए गए हैं, लेकिन बिहार सरकार की ओर से कालाबाजारियों और जामाखोरों के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

मोदी ने कहा कि 5,000 मीट्रिक टन आयातित दाल के उठाव और वितरण की दिशा में भी बिहार सरकार ने कोई पहल नहीं की और न ही जमाखोरों एवं कालाबाजारियों के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई की। यही नहीं, अन्य राज्यों की तरह स्टॉक सीमित करने का भी प्रावधान नहीं किया गया है। भाजपा नेता ने कहा कि दाल की कमी के मद्देनजर जहां दिल्ली में करीब 500 सफल और केंद्रीय भंडारगृह के जरिए 120 रुपये प्रति किलो दाल उपलब्ध कराया गया है, वहीं तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और उत्तराखंड में भी जन वितरण प्रणाली की दुकानों के जरिए 130 से 125 रुपये प्रति किलो की दर से उपभोक्ताओं को दाल दी जा रही है।

दिल्ली के खुदरा बाजारों में हालांकि अरहर दाल 200 रुपये प्रति किलो मिल रही है। मोदी ने कहा कि गुजरात सरकार ने व्यावसायिक संगठनों से बातचीत कर 130 रुपये प्रति किलो की दर से दाल उपलब्ध कराने की व्यवस्था की है। उन्होंने कहा बिहार सरकार अपनी नाकामियों की आड़ में दाल की किल्लत पैदा कर केंद्र सरकार को बदनाम करना चाहती है। नीतीश कुमार की मंशा दाल की कमी और बढ़ती कीमत को चुनावी मुद्दा बनाने की है, जिससे अपनी विफलताओं और वादों से लोगों का ध्यान भटका सकें।

 

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

Published

on

Loading

नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

Continue Reading

Trending