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प्रादेशिक

हिमाचल : पौंग में 80 हजार खूबसूरत पक्षियों का प्रवास

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पौंग बांध (हिमाचल प्रदेश)| मध्य एशिया के 80,000 से अधिक खूबसूरत पक्षी हिमालय की चोटियों में स्थित हिमाचल प्रदेश के मानवनिर्मित पोंग आद्र्रभूमि में प्रवास कर रहे हैं। वन्यजीव विशेषज्ञों ने पहली बार इतने अधिक पक्षियों को सर्दियों में यहां प्रवास करते देखा है। इस साल पक्षियों की 421 प्रजातियां यहां पहुंची हैं।

सहायक वन संरक्षक डी.एस. डडवाल ने बताया कि इन प्रवासी पक्षियों में सबसे ज्यादा संख्या मध्य एशिया, तिब्बत और जम्मू एवं कश्मीर के लद्दाख के धारीदार सिर वाले कलहंसों की है।

डडवाल ने बताया कि शिमला से लगभग 250 किलोमीटर दूर कांगड़ा घाटी स्थित पौंग में लगभग 41,000 धारीदार सिर वाले कलहंस प्रवास पर हैं।

यहां प्रवास पर आई अन्य मुख्य प्रजातियों में उत्तरी पिनटेल बत्तख, सामान्य पोचार्ड बत्तख, छोटा जलकाग, साधारण कूट, बड़ा जलकाग, पिनटेल बत्तख, कलगी वाली बड़ी ग्रेब बत्तख (ग्रेट क्रीसेट ग्रेब), नदी कुररी (रीवर टर्न) शामिल हैं।

पौंग में प्रवासी पक्षियों का आगमन जनवरी तक जारी रहेगा।

पौंग आद्र्रभूमि 307 वर्ग किलोमीटर से ज्यादा इलाके में फैला है, जो कि सर्दियों में देशी-विदेशी पक्षियों के प्रवास के लिए महत्वूर्ण स्थानों में गिना जाता है।

भारत में बमुश्किल ही देखा जाने वाला मध्य एशिया का प्रवासी आर्दीदे बगुला परिवार का पक्षी बड़ा जुनबगुला (ग्रेट बिटर्न) भी पौंग में प्रवास करने वाला इस साल का नया पक्षी है।

विशेषज्ञों का कहना है कि प्रतिवर्ष कई प्रजातियों के हजारों प्रवासी पक्षी, खासतौर से बत्तखें और हंस अपने मूल निवास तिब्बत, मध्य एशिया, रूस तथा साइबेरिया की कड़ी ठंड से बचने के लिए पूरे भारत में प्रवास करने आते हैं।

बंबई नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी (बीएनएचएस) के सहायक निदेशक एस. बालचंद्रन ने आईएएनएस को बताया कि पौंग धारीदार सिर वाले कलहंसों को सबसे अधिक आकर्षित कर रहा है।

बालचंद्रन ने बताया, “सर्दियों में देश के झीलों, जलाशयों में धारीदार सिर वाले कलहंस आते हैं। हर झील में उनकी संख्या 3,000 से 4,000 होती है। लेकिन पौंग में इन कलहंसों की संख्या सबसे ज्यादा है।”

हिमाचल वन्यजीव विभाग ने केंद्र सरकार की सहायता से मुंबई के बीएनचएस के साथ मिलकर एक परियोजना के तहत ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस) ट्रांसमीटर की सहायता से पिछले तीन सालों में पौंग आने वाले विभिन्न प्रजातियों के 26 प्रवासी पक्षियों को चिह्न्ति किया है।

इस वर्ष जनवरी की शुरुआत में हुई पक्षियों की जनगणना के अनुसार, पौंग में 119 प्रजातियों के लगभग 1,28,000 मेहमान पक्षी मौजूद थे।

इन पक्षियों में ओस्प्रे, बफ बेलीड पिपिट और इंडियन स्किमर प्रमुख हैं, जो भारतीय आद्र्रभूमि में कम ही देखने को मिलते हैं। इनमें धारीदार सिर वाले कलहंसों की संख्या सबसे ज्यादा (43,000) थी।

हिमाचल प्रदेश को जैवविविधता के भंडारगृह के तौर पर जाना जाता है। इसकी हरी-भरी घाटियों में भारत की कुल पक्षी प्रजातियों की 36 फीसदी प्रजातियां देखी जा सकती हैं।

भारत की ज्ञात 1,228 पक्षियों की प्रजातियों में से 447 प्रजातियां अकेले हिमाचल में हैं।

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जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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