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लोगों को असुविधा हुई तो यातायात पर फैसला वापस : केजरीवाल

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नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को कहा कि राजधानी में बढ़ रहे प्रदूषण के कारण लोगों में बन रहे भय के माहौल की वजह से निजी वाहनों को एक दिन बाद करके परिचालन का कठोर फैसला किया गया और अगर लोगों को असुविधा होगी, तो इस फैसले को वापस ले लिया जाएगा। केजरीवाल ने यह भी कहा कि यह उपाय परीक्षण के तौर पर है, जिसकी अवधि 15-20 दिनों की हो सकती है।

मुख्यमंत्री ने यहां एक कार्यक्रम में कहा, “हाल में कई रिपोर्ट आए हैं, जिसके मुताबिक दिल्ली में प्रदूषण तेजी से बढ़ रहा है। इसके कारण लोगों में भय का माहौल बन गया है, जिसके निवारण के लिए यह कठोर कदम उठाया गया।” उन्होंने कहा, “दिल्ली में प्रदूषण आपातकाल की स्थिति है। यातायात की इस व्यवस्था को कुछ दिनों के लिए लागू करने का फैसला किया गया है। मुद्दों के समाधान की जरूरत है।”

दिल्ली सरकार ने शुक्रवार को कहा कि एक जनवरी से सम व विषम नंबर के वाहनों का परिचालन एक दिन बाद करके होगा। इस कदम की व्यापक तौर पर आलोचना हो रही है। समिट के दौरान केजरीवाल ने कई मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने केंद्र व दिल्ली सरकार के बीच शत्रुता पर भी चर्चा की।

केजरीवाल ने शनिवार को कहा कि केंद्र सरकार के रोज ब रोज के हस्तक्षेप से वह खुद को अशक्त महसूस करने लगे हैं और यही कारण है कि उन्होंने कोई भी मंत्रालय अपने पास नहीं रखा और इन सबसे ऐसा लगता है कि वे विदेश मामलों के मंत्री बन गए हैं। दिल्ली व केंद्र सरकार के बीच तकरारों की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा, “रोज ब रोज के हस्तक्षेप ने मुझे बुरी तरह से तोड़ दिया है। यह सबसे बड़ी चुनौती है।”

उन्होंने कहा कि उनकी सरकार द्वारा लिए गए किसी भी अच्छे फैसले को उप राज्यपाल नजीब जंग द्वारा अप्रभावी व अमान्य करार दिया गया। केजरीवाल ने कहा, “उप राज्यपाल एक हेडमास्टर की तरह हैं। आपको शासन के लिए जगह की जरूरत होती है।” उन्होंने कहा, “मैं दिल्ली सरकार की राजनीति से निपटता हूं और सभी मंत्री शासन से निपटते हैं। एक राजनीति है, जबकि दूसरा ..मैं इसे वाह्य संबंध करार दूंगा।”

वहीं, उन्होंने दिल्ली में विधायकों के वेतन को 400 फीसदी बढ़ाने के अपने फैसले का बचाव करते हुए कहा कि अगर प्रधानमंत्री को एक लाख रुपये से कम वेतन मिल रहा है, तो उनका भी वेतन बढ़ाया जाना चाहिए। केजरीवाल ने कहा, “मैं एक अखबार में पढ़ रहा था कि दिल्ली के विधायकों का वेतन अब प्रधानमंत्री के वेतन से भी अधिक होगा। मैं इस बात की वकालत करता हूं कि अगर उनका वेतन एक लाख रुपये से कम है, तो उसे बढ़ाया जाना चाहिए।”

केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के विधायक घूसखोरी न करें, इसीलिए उनका वेतन बढ़ाने का फैसला किया गया है। पार्टी में सिद्दू के शामिल होने की चर्चाओं पर उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सदस्य नवजोत सिंह सिद्धू अगर आम आदमी पार्टी (आप) में शामिल होना चाहते हैं, तो वह उनका स्वागत करेंगे।

केजरीवाल से यह पूछे जाने पर कि राजनीतिक महकमे में यह चर्चा है कि पंजाब में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव में सिद्धू को आप के उम्मीदवार के तौर पर पेश किया जाएगा, जिसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा, “हम नवजोत सिंह सिद्धू का स्वागत करेंगे, यदि वे आप में शामिल होना चाहते हैं।” केजरीवाल ने यह भी कहा कि वह पंजाब में होने वाले विधानसभा चुनाव में जीत के प्रति आश्वस्त हैं।

आप नेता ने कहा, “वर्तमान में किए गए सर्वेक्षणों के मुताबिक, हम इस बात को लेकर आश्वस्त हैं कि पंजाब में हमारी जीत पक्की है। मुझे इस बात से कोई आश्चर्य नहीं होगा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव का परिणाम पंजाब में दोहराया जाएगा। जहां तक पार्टी के चेहरे की बात है, तो उसे सही समय पर पेश किया जाएगा।”

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पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत

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पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.

शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव 

अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।

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