Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

बिहार में अतिक्रमण हटाने गई पुलिस पर पथराव

Published

on

Loading

हाजीपुर| बिहार के हाजीपुर में अतिक्रमण हटाने के तहत धार्मिक स्थल तोड़ने गई पुलिस को लोगों का विरोध झेलना पड़ा। मंगलवार को अतिक्रमण हटाने गई पुलिस की लोगों से झड़प हो गई। कुछ लोगों ने पुलिस पर पथराव भी किया। पुलिस ने भी भीड़ पर नियंत्रण पाने के लिए लाठीचार्ज और पानी की बौछारें की। अतिक्रमण हटाने का विरोध कर रहे लोग सड़कों पर बैठ गए और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। उग्र भीड़ पर काबू पाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और पानी की बौछारें छोड़ी। इसके बाद स्थिति और विस्फोटक हो गई। पुलिस की कार्रवाई से नाराज भीड़ ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। ग्रामीणों के पथराव में कम से कम सात पुलिसकर्मी घायल हो गए, जबकि सहायक पुलिस अधीक्षक (एएसपी) के वाहन को आक्रोशित लोगों ने फूंक दिया।

राज्य के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने लोगों से शांति बनाए रखने और कानून को अपने हाथ में नहीं लेने की अपील की है।

पुलिस के अनुसार, पटना उच्च न्यायालय के आदेश पर मंगलवार की रात वैशाली पुलिस और जिला प्रशासन नगर थाना क्षेत्र के बगमली में स्थित वासुदेव मंदिर को तोड़ने पहुंची। इसी दौरान भीड़ उग्र हो गई और उसने पथराव शुरू कर दिया।

वैशाली के पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार ने बुधवार को बताया कि घटना के बाद इलाके में तनाव फैला है, लेकिन स्थिति नियंत्रण में है। क्षेत्र में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। उन्होंने कहा कि उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

स्थानीय लोग मंदिर के आसपास ही एकत्र हैं, ताकि पुलिस अचानक से उसे तोड़ने की कार्रवाई न कर सके।

उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा है कि पुलिस और जिला प्रशासन न्यायालय के आदेश का पालन करने वहां पहुंची है। लोगों को कानून को अपना काम करने देना चाहिए।

उल्लेखनीय है कि पटना उच्च न्यायालय ने अतिक्रमण हटाने के तहत वासुदेव मंदिर को तोड़ने का आदेश दिया था, लेकिन उसका पालन नहीं हो पाया, जिसके कारण वैशाली की जिलाधिकारी रचना पाटिल को न्यायालय से फटकार मिली थी। इसके बाद पुलिस पिछले सप्ताह भी मंदिर तोड़ने पहुंची, लेकिन इसमें कामयाब नहीं हो पाई।

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

Published

on

Loading

नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

Continue Reading

Trending