बिजनेस
शेयर बाजार : आरबीआई की मौद्रिक समीक्षा घोषणा पर रहेगी नजर
मुंबई| देश के शेयर बाजारों में अगले सप्ताह भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मौद्रिक समीक्षा नीति घोषणा पर निवेशकों की निगाह बनी हुई रहेगी। इसके साथ ही तीसरी तिमाही के लिए जारी होने वाले कंपनी के परिणामों, प्रमुख आंकड़ों, वैश्विक संकेतों, विदेशी पोर्टफोलियो निवेश (एफपीआई) और घरेलू संस्थागत निवेश (डीआईआई) के आंकड़ों तथा डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल व तेल की कीमतों पर भी निवेशकों की नजर बनी रहेगी। आरबीआई मंगलवार दो फरवरी को 2015-16 के लिए छठी दोमाही मौद्रिक नीति समीक्षा की घोषणा करेगा। एक दिसंबर को हुई समीक्षा में आरबीआई ने रेपो दर को 6.75 फीसदी पर बरकरार रखा था। साथ ही अन्य दरों में भी परिवर्तन नहीं किए थे।
तीसरी तिमाही के लिए कंपनियों के परिणाम प्रकाशित करने का दौर जारी है। सोमवार को टेक महिंद्रा, मंगलवार को एस्कोर्ट्स, बुधवार को थोमस कुक, गुरुवार को बजाज ऑटो और शुक्रवार को ल्युपिन जैसी कंपनियां अपने परिणामों की घोषणा करेंगी। आगामी सप्ताह वाहन कंपनियों के शेयरों पर भी नजर रहेगी। ये कंपनियां एक फरवरी से दिसंबर 2015 में हुई बिक्री के आंकड़े जारी करना शुरू करेंगी।अगले सप्ताह सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों पर भी नजर रहेगी। ये कंपनियां हर महीने के मध्य और अंत में गत दो सप्ताह के अंतर्राष्ट्रीय कच्चे तेल मूल्य के आधार पर उपभोक्ता तेल मूल्यों की समीक्षा करती हैं। तेल विपणन कंपनियां हर महीने की आखिरी तारीख को विमान ईंधन मूल्यों की भी समीक्षा करती हैं। इसे देखते हुए विमानन कंपनियों के शेयरों पर भी निवेशक नजर बनाए रहेंगे।
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जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई
नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।
बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।
बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।
ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।
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