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प्रादेशिक

दिल्ली में निगम कर्मियों का विरोध प्रदर्शन जारी

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वेतन न मिलने के विरोध, दिल्ली में निगम कर्मियों का विरोध प्रदर्शन, लगातार छठे दिन भी जारी, केंद्र और दिल्ली सरकार के खिलाफ खासा आक्रोश

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नई दिल्ली| वेतन न मिलने के विरोध में दिल्ली सरकार के खिलाफ तीन नगर निगमों के कर्मचारियों द्वारा शुरू किया गया विरोध प्रदर्शन सोमवार को लगातार छठे दिन भी जारी है। निगम कर्मियों में केंद्र और दिल्ली सरकार के खिलाफ खासा आक्रोश देखा जा रहा है। नगर निगम के सैकड़ों कर्मचारियों ने पूर्वी दिल्ली में दिल्ली के पर्यटन मंत्री कपिल मिश्रा के यमुना विहार निवास के बाहर कूड़ा फेंककर प्रदर्शन किया। मजदूर विकास संयुक्त मोर्चा के अध्यक्ष संजय गहलोत ने बताया, “जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, हम इसी तरह सड़कों पर कूड़ा फेंकना जारी रखेंगे।” गहलोत ने दिल्ली की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार को प्रदर्शनकारी कार्यकर्ताओं द्वारा फैलाए कचरे को साफ न करने की चेतावनी देते हुए कहा, “हम सरकार को शहर के किसी भी हिस्से में स्वच्छता अभियान नहीं चलाने देंगे।” प्रदर्शनकारियों ने इससे पहले उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और परिवहन मंत्री गोपाल राय के घर के बाहर कूड़ा फेंका।

प्रदर्शनकारियों के एक अन्य समूह ने केंद्रीय शहरी विकास मंत्री एम. वेंकैया नायडू के आधिकारिक निवास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। आप के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने रविवार को राजधानी के कई हिस्सों में फैले कूड़े को साफ किया। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा संचालित तीनों नगर निगमों ने आप पर बकाया वेतन न देने का आरोप लगाया है, जिसके कारण नगर निगमों की वित्तीय हालत बिगड़ गई है। पूर्वी दिल्ली, उत्तरी दिल्ली और दक्षिण दिल्ली नगर निगम राजधानी के अधिकांश हिस्सों की सफाई का कार्यभार संभालते हैं और बाकी बचे हिस्से की सफाई का कार्यभार शहर में दो अन्य छोटे निकाय दिल्ली छावनी बोर्ड और नई दिल्ली नगर पालिका परिषद संभालते हैं। तीनों नगर निगमों के कर्मचारी 27 जनवरी से हड़ताल पर हैं और वे अपने वेतन और बकाया धनराशि के भुगतान की मांग कर रहे हैं।

18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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