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लश्कर की आत्मघाती हमलावर थी इशरत जहां: हेडली

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लश्कर-ए-तैयबा की आत्मघाती हमलावर इशरत जहां, पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी नागरिक और लश्कर आतंकी डेविड हेडली, 26/11 हमला, विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मुंबई कोर्ट के सामने पेश

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मुंबई। गुजरात के अहमदाबाद में 15 जून 2004 को पुलिस मुठभेड़ में मारी गई इशरत जहां एक आत्मघाती हमलावर थी। पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी नागरिक और लश्कर आतंकी डेविड हेडली ने यह सनसनीखेज खुलासा किया है। हेडली को 26/11 हमले के सिलसिले में गुरुवार को तीसरे दिन विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मुंबई कोर्ट के सामने पेश किया गया। उसने कोर्ट को बताया कि मुंबई की रहने वाली इशरत जहां पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के लिए काम करती थी। उसने कहा कि मुठभेड़ के दिन इशरत कुछ नाकों पर पुलिस को मारने के अभियान का हिस्सा थी। गुरुवार को अपने बयानों में हेडली ने कई अहम और नए खुलासे किए। उसने बताया कि साजिद मीर से पहले लश्कर में उसका ग्रुप हेड मुजम्मिल भट हुआ करता था। हेडली ने कबूल किया कि लश्कर प्रमुख जकिउर रहमान लखवी ने उसे भारत में मुजम्मिल के ऑपरेशन के बारे में बताया था। इसी ऑपरेशन के तहत नाकों पर पुलिसवालों को निशाना बनाया जाना था।

गौरतलब है कि इशरत जहां एनकाउंटर को कुछ मानवाधिकार संगठनों ने फर्जी बताकर जांच की मांग की थी और इशरत के आतंकी नहीं होने का दावा किया था। इन आरोपों और दावों पर मैजिस्ट्रेट जांच बिठाई गई और इस जांच में भी मुठभेड़ को फर्जी बताया गया। लेकिन, गुरुवार को कोर्ट के सामने हेडली के इकबालिया बयान से मैजिस्ट्रेट जांच पर भी सवाल उठने लाजिमी हैं। बहरहाल, हेडली ने गुरुवार को कोर्ट में कहा कि 2006 से 2009 के बीच भारत दौरों के दौरान उसने दो-तीन मोबाइल नंबर यूज किए। इसके लिए उसने सर्विस प्रोवाइडर को अपने पासपोर्ट की फोटोकॉपी दी थी। अपने साथियों के साथ बातचीत का खुलासा करते हुए उसने बताया कि वह पाकिस्तान में बैठे तहावुर राना, मेजर इकबाल और साजिद मीर से ईमेल के जरिए कोड लैंग्वेज में बात करता था।

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पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला, 38 लोगों की मौत

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पख्तूनख्वा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में बड़ा आतंकी हमला हुआ है। इस हमले में 38 लोगों की मौत हो गई है। यह हमला खैबर पख्तूनख्वा के डाउन कुर्रम इलाके में एक पैसेंजर वैन पर हुआ है। हमले में एक पुलिस अधिकारी और महिलाओं समेत दर्जनों लोग घायल भी हुए हैं। जानकारी के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के अशांत प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में आतंकियों ने शिया मुस्लिम नागरिकों को ले जा रहे यात्री वाहनों पर गोलीबारी की है। यह क्षेत्र में हाल के वर्षों में इस तरह का सबसे घातक हमला है। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

AFP की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में 38 लोगों की मौत हुई है. पैसेंजर वैन जैसे ही लोअर कुर्रम के ओचुट काली और मंदुरी के पास से गुजरी, वहां पहले से घात लगाकर बैठे आतंकियों ने वैन पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं. पैसेंजर वैन पाराचिनार से पेशावर जा रही थी। पाकिस्तान की समाचार एजेंसी डॉन के मुताबिक तहसील मुख्यालय अस्पताल अलीजई के अधिकारी डॉ. ग़यूर हुसैन ने हमले की पुष्टि की है.

शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच तनाव 

अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबायली इलाके में भूमि विवाद को लेकर शिया और सुन्नी मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव बना हुआ है। किसी भी समूह ने घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है। जानकारी के मुताबिक “यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलीबारी की।” चौधरी ने बताया कि उनके रिश्तेदार काफिले में पेशावर से यात्रा कर रहे थे।

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